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ऊदबिलाव, जिसे पसंद है मस्ती करना

ऊदबिलाव एक स्तनपायी प्राणी है। ऑस्ट्रेलिया और अंटार्कटिका को छोड़कर यह विश्व के सभी महाद्वीपों पर पाया जाता है। हमारे देश के कई भागों में ये नदियों, बड़ी झीलों और पहाड़ों पर होते हैं। हालांकि अब हर...

ऊदबिलाव, जिसे पसंद है मस्ती करना
एजेंसीWed, 14 Oct 2009 04:14 PM
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ऊदबिलाव एक स्तनपायी प्राणी है। ऑस्ट्रेलिया और अंटार्कटिका को छोड़कर यह विश्व के सभी महाद्वीपों पर पाया जाता है। हमारे देश के कई भागों में ये नदियों, बड़ी झीलों और पहाड़ों पर होते हैं। हालांकि अब हर जगह इनकी संख्या बहुत कम हो चुकी है। इंसानों द्वारा इनका शिकार और इनके आवासीय क्षेत्र का धीरे-धीरे घटना इसके प्रमुख कारण हैं। इसीलिए हमारे देश में भी ऊदबिलाव को एक संरक्षित वन्यजीव घोषित किया जा चुका है। संरक्षित जीव का अर्थ समझते हो न, यानी इनका शिकार करने पर मनाही है और इनकी सुरक्षा के उपाय किये जा रहे हैं।

संसार में ऊदबिलाव की 13 प्रजातियां पायी जाती हैं। विभिन्न प्रकार के ऊदबिलावों को इनके भौगोलिक परिवेश और बनावट के आधार पर अलग नाम दिये गये हैं। जानते हो, हमारे देश में केवल तीन प्रकार के ऊदबिलाव पाये जाते हैं। पहले वर्ग में यूरेशियन ऊदबिलाव हैं। ये यूरोप और एशिया के अलावा उत्तरी अफ्रीका के कुछ भागों में पाये जाते हैं, इसलिए इन्हें यूरेशियन कहा जाता है। हमारे देश में ये जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, सिक्िकम, उड़ीसा से दक्षिण भारत के राज्यों तक तथा गोवा में होते हैं। दूसरे प्रकार के ऊदबिलाव मुलायम फर वाले होते हैं। ये उत्तर भारत के मैदानी भागों के अलावा दक्षिण भारत, महाराष्ट्र, गोवा में देखे जा सकते हैं। पूर्वी देशों के छोटे पंजे वाले ऊदबिलाव हमारे देश में पाये जाने वाले ऊदबिलावों का तीसरा वर्ग है। ये हिमाचल प्रदेश से असम तक पहाड़ों में तथा दक्षिण भारत की पहाड़ियों में होते हैं, लेकिन ये मनुष्य की आबादी से दूर ही रहते हैं।

ऊदबिलाव नदी, झील और समुद्र के पास पाये जाते हैं। इनके किनारों पर ये छोटी सी मांद बनाकर रहते हैं। ऊदबिलाव का आकार तीन से पांच फुट तक होता है और यह लम्बे और पतले शरीर वाले होते हैं। इनके पैर छोटे होने के कारण ये अधिक ऊंचे नहीं होते है। इनका वजन दस से तीस किलोग्राम तक हो सकता है। फिर भी ये बहुत फुर्तीले होते हैं। अक्सर अपने शिकार के पीछे पानी में बहुत तेजी से तैरते हुए तली तक पहुंच जाते हैं। ये पानी में इस प्रकार तैरते हैं, जैसे कोई रिवर राफ्टिंग कर रहा हो। तुम सोचोगे कि सर्दियों में पानी में इन्हें ठंड लगती होगी। नहीं, क्योंकि इनके शरीर पर फर होते हैं, जो इन्हें ऊष्मा प्रदान कर ठंड से बचाव करते हैं।

समुद्री ऊदबिलाव तो जीवन भर पानी में रहते हैं। समुद्री ऊदबिलाव को छोड़कर शेष प्रजातियों की लम्बी मांसल पूंछ होती है। इस पूंछ के सहारे ये पिछले पैरों पर खड़े होकर सुरक्षा के लिए दूर तक नजर रखते हैं। मछली इनका प्रिय भोजन होता है। वैसे ये अनेक प्रकार के जलीय जीवों और किनारे पर मंडराते पक्षियों को भी अपना शिकार बना लेते हैं। ऊदबिलाव की अधिकतर प्रजातियां समूह में रहना पसंद करती हैं। इन्हें पानी में खेलने का बहुत शौक होता है, इसलिए तुम जब भी इन्हें देखोगे, ये तुम्हें पानी में उछल-कूद करते नजर आयेंगे। इनकी चंचलता देख, तुम्हारा मन करेगा कि इन्हें पालतू बना लें। लेकिन यह संभव नहीं होता।

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