सिलेंडर में गैस रिसाव से लगी आग, 18 झुलसे
सिलेंडर में हुए गैस रिसाव से लगी आग में चार महिला और नौ बच्चों समेत डेढ़ दजर्न से अधिक लोग झुलस। वहीं आगजनी में लाखों का सामान भी जलकर राख हो गया। रटौल गांव के आसक अली पुत्र जमालुद्दीन अपने चार बेटों...
सिलेंडर में हुए गैस रिसाव से लगी आग में चार महिला और नौ बच्चों समेत डेढ़ दजर्न से अधिक लोग झुलस। वहीं आगजनी में लाखों का सामान भी जलकर राख हो गया। रटौल गांव के आसक अली पुत्र जमालुद्दीन अपने चार बेटों के परिवार के साथ एक ही मकान में रहता है। रविवार देर रात खाने के बाद पूरा परिवार अपने-अपने कमरों में सो गया।
बताया जाता है कि मकान के बरामदे में खाना बनाने के लिए रखे पांच लीटर के गैस सिलेंडर के पाइप से गैस रिसाव हो गया, जो धीरे-धीरे पूरे मकान में फैल गया। रात पौने बारह बजे के लगभग आसक अली का मझला बेटा आसू काम से घर लौटा और चारपाई पर बैठकर बीडी सुलगाने को माचिश की तीली जलाई। तीली जलते ही गैस ने आग पकड़ ली और देखते ही देखते पूरे मकान में फैल गई।
आग इतनी भयानक थी कि घर में सोए लोगों को भागने का मौका तक नहीं मिला। आगजनी देखकर दूसरे मंजिले पर सोया आसक का छोटा बेटा हसमत नीचे आया तो वह भी आग की चपेट में आ गया और सिर पर दरवाजा लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया।
आसपास के लोगों ने बामुश्किल आग पर काबू पाकर मकान में फंसे लोगों को बाहर निकाला। सूचना पाकर रटौल चौकी इंचार्ज मुकेश कुमार भी मौके पर पहुंच चुके थे। इस घटना में आसक अली (75), उसकी पत्नी इल्मो, आसू व उसकी पत्नी मोमिना, 15 वर्षीय इकरार व 12 वर्षीय मोना, 38 वर्षीय हसमत व उसका 14 वर्षीय पुत्र टोनी, 35 वर्षीय बाबर व उसकी पत्नी जरीफा व उसके बच्चे क्रमश: मोनू, उसमान, अंजल, सोनम, सोनू, मोनू घायल हो गए।
हसमत व उसकी पत्नी सलमा भी घायल हो गई, जिन्हें रात में ही गंभीर हालत में दिल्ली के गुरु तेग बहादुर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से टोनी व सोनू को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। घायलों में से कई की हालत चिंताजनक बताई जाती है।