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प्राइवेट कोटा से हज दोगुना महंगा हुआ

प्राइवेट एजेंसियों को हज कराने के लिए औसतन 45 हजार का कोटा दिया गया है, जबकि इनका पैकेज केन्द्रीय हज कमेटी के पैकेज से दो गुने से ज्यादा है। उत्तर भारत में कम एजेंसियों को अधिकृत किया गया है, जिसके...

प्राइवेट कोटा से हज दोगुना महंगा हुआ
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 11 Oct 2009 11:28 PM
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प्राइवेट एजेंसियों को हज कराने के लिए औसतन 45 हजार का कोटा दिया गया है, जबकि इनका पैकेज केन्द्रीय हज कमेटी के पैकेज से दो गुने से ज्यादा है। उत्तर भारत में कम एजेंसियों को अधिकृत किया गया है, जिसके चलते एजेंसियों ने तैयार अपने प्लान बदल दिए हैं। खर्चीली कैटेगरी पर एजेंसियां अधिक दबाव डाल रही हैं।

हज पर जाने के लिए केन्द्रीय हज कमेटी और निजी ऑपरेटर्स की व्यवस्था रहती है। कोटा सऊदी सरकार के दिशा निर्देशों के आधार पर तय किया जाता है। केन्द्रीय हज कमेटी के पास 1.10 लाख का कोटा है जिसे आबादी के आधार पर राज्य और जिलेबार तय किया जाता है।

हज कमेटी के माध्यम से जाने वाले जायरीन के लिए सरकार हवाई किराए में सब्सिडी देती है। इसके विपरीत प्राइवेट ऑपरेटर्स को 45,394 का कोटा दिया गया है। देश की कुल 445 एजेंसियों को इसके लिए अधिकृत किया गया है और सभी का अलग-अलग कोटा भी तय किया गया है। प्राइवेट टूर ऑपरेटर्स के माध्यम से जाने पर किराए में किसी तरह की सब्सिडी नहीं दी जाती है। इसका किराया वे स्वयं तय करते हैं।

हज कमेटी के माध्यम से जाने वाले जायरीन को ग्रीन कैटेगरी के लिए रुपए 1,15,813, व्हाइट कैटेगरी के लिए 1,06,489 और अजीजिया के लिए रुपए 99,830 किराया तय किया गया है। इसके विपरीत प्राइवेट हज ऑपरेटर्स ने पिछले साल के मुकाबले हज किराए में काफी इजाफा कर दिया है। सामान्य तौर पर तीन कैटेगरी बनाई गई हैं, जिसमें पहली कैटेगरी में 1.30 लाख और दूसरी कैटेगरी में 1.60 लाख किराया है। ज्यादातर एजेंसियां इसमें खाना नहीं दे रही हैं। 1.90 लाख की तीसरी कैटेगरी में खाना देने का वादा भी किया गया है।

प्राइवेट एजेंसी के जरिए हज पर जाने के लिए लखनऊ में ही कुछ एजेंसियों को अधिकृत किया गया है। कानपुर में किसी भी एजेंसी को अधिकृत नहीं किया गया है। कोटा कम होने से प्राइवेट एजेंसियों पर दबाव बढ़ा है और एजेंसियों ने इसका फायदा भी उठाना शुरू कर दिया है।

कानपुर से प्राइवेट एजेंसियों के माध्यम से करीब 200 जायरीन जाते हैं जिन्हें इस बार लखनऊ और दिल्ली से बुकिंग करानी पड़ रही है। अखिल भारतीय हज खुद्दाम कमेटी के अध्यक्ष हाजी नईमुद्दीन सिद्दीकी ने बताया कि सऊदी में महंगाई की वजह से केन्द्रीय हज कमेटी को भी किराया बढ़ाना पड़ा है।

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