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फिर मैच फिक्सिंग के आरोपों से घिरा पाक क्रिकेट

पाकिस्तान क्रिकेट पर मैच फिक्सिंग का साया मंगलवार को तब फिर से मंडराने लगा जब एक वरिष्ठ सांसद ने टीम पर चैंपियन्स ट्राफी में आस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में जान बूझकर हारने का आरोप लगाया जिसके कारण...

फिर मैच फिक्सिंग के आरोपों से घिरा पाक क्रिकेट
एजेंसीTue, 06 Oct 2009 11:52 PM
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पाकिस्तान क्रिकेट पर मैच फिक्सिंग का साया मंगलवार को तब फिर से मंडराने लगा जब एक वरिष्ठ सांसद ने टीम पर चैंपियन्स ट्राफी में आस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में जान बूझकर हारने का आरोप लगाया जिसके कारण भारतीय टीम टूर्नामेंट से बाहर हो गयी थी। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और पूर्व कप्तान इमरान खान ने हालांकि इन आरोपों को बकवास करार दिया और कहा कि टीम को अति आत्मविश्वास के कारण हार का सामना करना पड़ा।

नेशनल असेंबली की खेल संबंधी समिति के अध्यक्ष जमशेद खान दस्ती ने कहा कि इसके सबूत हैं कि आस्ट्रेलिया के खिलाफ पाकिस्तान 'खास मकसद' से हारा। उन्होंने कहा कि पैनल हार के कारणों को जानने के लिये पीसीबी अध्यक्ष एजाज बट, कप्तान यूनुस खान और इंतिखाब आलम को बुलाएगा ।

दास्ती ने आरोप लगाया कि इसके सबूत हैं कि आस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम खास मकसद से हारी। उसने खराब प्रदर्शन किया। इसके बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में भी ऐसा लगा कि टीम जीतना नहीं चाहती है। उन्होंने कहा कि हमें कुछ सीनियर और सम्मानित लोगों ने बताया है और हम भी सबूत जुटाने में लगे हैं कि क्या आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में कुछ गड़बड़ हुई थी।

पाकिस्तान की आस्ट्रेलिया के हाथों अंतिम गेंद पर हार से भारत चैंपियन्स ट्राफी से बाहर हो गया था जबकि न्यूजीलैंड के हाथों सेमीफाइनल की उसकी हार ने कई को हैरानी में डाल दिया था। पीसीबी ने हालांकि मैच फिक्सिंग के आरोपों को खारिज करते हुए खिलाड़ियों का पक्ष लिया।

पीसीबी के महाप्रबंधक (मीडिया) नदीम सरवर ने कहा कि टीम ने अच्छा खेल दिखाया और उसने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वह फाइनल के लिये क्वालीफाई नहीं कर पायी। टीम का प्रत्येक खिलाड़ी ऐसा चाहता था।

क्रिकेटर से राजनीतिज्ञ बने इमरान खान ने मैच फिक्सिंग के आरोपों को नकार दिया और कहा कि पाकिस्तान खिलाड़ियों के अति आत्मविश्वास के कारण हारा। इमरान ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि वहां मैच फिक्सिंग या किसी तरह की गड़बड़ हुई थी। हमने केवल अति आत्मविश्वास और आत्ममुग्धता की कीमत चुकायी। हमें न्यूजीलैंड जैसी टीम से नहीं हारना चाहिए था जिसके कई खिलाड़ी चोटिल थे और उसके पास केवल डेनियल विटोरी के रूप में एकमात्र विश्व स्तरीय खिलाड़ी था। लोग न्यूजीलैंड के हाथों इतने बड़े मैच में टीम की हार को नहीं पचा सकते हैं।

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