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इलाहाबाद, लखनऊ, वाराणसी सहित 35 जिलों में ज्यादा बन रहे नए सेण्टर

वर्ष 2010 की यूपी बोर्ड की परीक्षा में करीब 22 सौ नए सेण्टर बनाए जाएँगे। इनकी जिलेवार सूची तैयार हो रही है। सबसे ज्यादा नए परीक्षा केन्द्र इलाहाबाद, वाराणसी, लखनऊ, कानपुर सहित 35 जिलों में बन रहे...

इलाहाबाद, लखनऊ, वाराणसी सहित 35 जिलों में ज्यादा बन रहे नए सेण्टर
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 03 Oct 2009 08:17 PM
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वर्ष 2010 की यूपी बोर्ड की परीक्षा में करीब 22 सौ नए सेण्टर बनाए जाएँगे। इनकी जिलेवार सूची तैयार हो रही है। सबसे ज्यादा नए परीक्षा केन्द्र इलाहाबाद, वाराणसी, लखनऊ, कानपुर सहित 35 जिलों में बन रहे हैं। इस बार दागी विद्यालयों को डिबार कर दिया गया है। नए सेण्टरों का निर्धारण जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति कर रही है। ये समितियाँ 15 नवम्बर तक सेण्टरों तय कर उनकी सूची शासन को मंजूरी के लिए भेज देगी। इसके बाद बोर्ड नए केन्द्रों पर परीक्षा की तैयारियाँ शुरू करेगा। 

यूपी बोर्ड ने गतवर्ष की परीक्षा में 71 जिलों में 9840 सेण्टर बनाए थे। करीब 2500 सेण्टरों पर नकल, पर्चा आउट और मारपीट सहित अन्य प्रकार के विवाद सामने आए थे। शासन ने इन सेण्टरों को परीक्षा केन्द्र बनाने से मना करते हुए नए मान्यता प्राप्त और वित्त विहीन विद्यालयों को सेण्टर बनाने पर सहमति दी है। जिलों में डीएम की अध्यक्षता में गठित समिति में डीआईओएस, सभी एसडीएम और तहसीलदार मिलकर नए परीक्षा केन्द्र तय करेंगे। पूरी संभावना है कि 10 नवम्बर तक सभी जिलों से सेण्टरों की सूची शासन को पहुँच जाएगी।

सबसे ज्यादा नए सेण्टर इलाहाबाद, प्रतापगढ, कौशाम्बी, फतेहपुर, वाराणसी, कानपुर नगर और देहात, आगरा, मुजफ्फ रनगर, कन्नौज, मुरादाबाद, मेरठ, बरेली, फैजाबाद, गोरखपुर, गाजीपुर, देवरिया, मिर्जापुर, सुलतानपुर, आजमगढ़, मथुरा, बाराबंकी, झाँसी, लखीमपुर खीरी, सोनभद्र, औरैया, अलीगढ़, श्रवस्ती, बलिया, शाहूजी महानगर, बहराइच, इटावा, गोण्डा, महराजगंज और चन्दौली जिले में बनने जा रहे हैं। इन जिलों में 25 से 35 नए सेण्टर बनेंगे।  

इलाहाबाद के जिला विद्यालय निरीक्षक दिनेश कुमार सिंह का कहना है इस बार मान्यता प्राप्त और वित्त विहीन अच्छे विद्यालयों को सेण्टर बनाया जा रहा है। इनमें से एक-एक सेण्टर पर कई विद्यालयों की परीक्षाएँ होंगी।

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