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खेलमंत्री ने दद्दा ध्यानचंद को श्रद्धाजंलि अर्पित की

केन्द्रीय खेलमंत्री एमएस गिल ने यहां राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम में मेजर ध्यानचंद की मूर्ति पर फूल चढ़ाए और इस महान खिलाड़ी को याद किया। मेजर ध्यानचंद का शनिवार को 104वां...

खेलमंत्री ने दद्दा ध्यानचंद को श्रद्धाजंलि अर्पित की
एजेंसीSat, 29 Aug 2009 04:07 PM
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केन्द्रीय खेलमंत्री एमएस गिल ने यहां राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम में मेजर ध्यानचंद की मूर्ति पर फूल चढ़ाए और इस महान खिलाड़ी को याद किया।

मेजर ध्यानचंद का शनिवार को 104वां जन्मदिवस है, जिसे देश खेल दिवस के रूप में मनाता है। खेलमंत्री ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हिन्दुस्तान के खेलों को एवरेस्ट पर पहुंचाने में पंजाब रेजीमेंट के इस जवान ने बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। उन्होंने देश में हॉकी के माध्यम से खेलों का प्रचार और प्रसार ऐसे समय में शुरू किया जब देश गुलाम था।

गिल ने कहा कि हम हॉकी को आगे बढ़ाने में लगे हैं इसीलिये हमने इसकी राष्ट्रीय टीम के लिए विदेशी कोच (जोस ब्रासा) को नियुक्त किया है और उम्मीद है कि हम भविष्य में इस खेल में अच्छा करेंगे।

अगले साल होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों की तैयारियों के बारे मे बताते हुए खेलमंत्री ने कहा कि पिछले साल छह अप्रैल को जब मैंने पद संभाला तब तक तैराकी, साईकिलिंग और निशानेबाजी में कुछ खास तैयारियां नहीं हुई थीं। तालमेल में कुछ दिक्कतें थीं लेकिन अब उन्हें सुलझा लिया गया है। मैंने सभी इंजीनियरों के साथ भी बैठक की है और अब यह काम अच्छी रफ्तार से चल रहा है।
      

गिल ने कहा कि हम सिर्फ राष्ट्रमंडल खेलों तक सीमित नहीं है बल्कि हमारा ध्यान उसके बाद होने वाले एशियाई खेलों और यहां तक कि लंदन ओलंपिक पर भी है।

खेल मंत्री ने इंटरनेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (वाडा) में भरोसा जताते हुए कहा है कि जब रफेल नडाल, रोजर फेडरर और काका जैसे विश्व के महान खिलाड़ियों को इससे ऐतराज नहीं है तो हमें इससे क्या दिक्कत हो सकती है।

भारतीय डोपिंग प्रयोगशाला के बारे में उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि स्वीडन, स्विट्जरलैंड और बांग्लादेश जैसे देशों ने हमारी लैब में अपने खिलाड़ियों के डोपिंग टेस्ट के नमूने भेजे हैं। हम इसे और आगे बढ़ाने के लिए प्रयासरत हैं।

गिल ने प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को ढूढ़ने के लिए गांवों की ओर जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि देश को स्वर्ण पदक जिताने वाले खिलाड़ी गांवों से आते हैं इसलिये हम इन प्रतिभावान खिलाड़ियों को ढूढ़ने के लिए गांवों पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं।

इस मौके पर खेलमंत्री के अलावा खेल राज्यमंत्री प्रतीक पाटिल, खेल सचिव सिन्धुश्री खुल्लर, भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के महानिदेशक सायन चटर्जी और सचिव एसएस छाबड़ा भी मौजूद थे।

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