पोखरण दो पर विवाद अनावश्यक : मनमोहन
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शनिवार को कहा कि 1998 के पोखरण परीक्षणों पर हाल का विवाद अनावश्यक है और पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम स्पष्ट कर चुके हैं कि परमाणु विस्फोट सफल थे। मनमोहन ने रामसर...
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शनिवार को कहा कि 1998 के पोखरण परीक्षणों पर हाल का विवाद अनावश्यक है और पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम स्पष्ट कर चुके हैं कि परमाणु विस्फोट सफल थे।
मनमोहन ने रामसर (राजस्थान) में संवाददाताओं से कहा कि कुछ वैज्ञानिकों द्वारा गलत धारणा पेश की जा रही है जो अनावश्यक है। कलाम स्पष्ट कर चुके हैं कि परीक्षण सफल थे। प्रधानमंत्री से डीआरडीओ के पूर्व वैज्ञानिक के संथानम की टिप्पणी के बारे में पूछा गया जिन्होंने कहा था कि पोखरण दो पूरी तरह सफल नहीं था।
परीक्षणों के लिए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के प्रतिनिधि रहे संथानम ने दावा किया था कि थर्मोन्यूक्लियर या हाइड्रोजन बम अपेक्षा के अनुरूप नहीं था जिससे देश के सामरिक उद्देश्य पूरे नहीं होते।
संथानम ने कहा था कि भारत को और परमाणु परीक्षण करने चाहिए तथा सीटीबीटी पर हस्ताक्षर नहीं करने चाहिए, लेकिन पोखरण दो के समय डीआरडीओ के महानिदेशक रहे कलाम ने कहा कि भूकंपीय और रेडियोधर्मिता संबंधी माप से मिले विवरण से यह स्थापित हुआ कि परियोजना टीम ने जिस उद्देश्य से थर्मोन्यूक्लियर परीक्षण किए, वह परिणाम उसे प्राप्त हो गया।
1998 में परमाणु उर्जा विभाग के अध्यक्ष रहे आर चिदंबरम ने भी सलाह को बेतुकी बताया।