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हरियाणा पुलिस पर ‘भरोसा’ नहीं, पड़ोसी प्रदेशों की पुलिस को

दूसरे प्रदेशों की पुलिस को क्या हरियाणा पुलिस पर विश्वास नहीं ? ऐसे सवाल उठाए जाने की वजह है कि दूसरे प्रदेशों की पुलिस, फरीदाबाद पुलिस को बिना सूचना दिए यहां कार्यवाही कर चुपचाप खिसक जाती हैं। पिछले...

हरियाणा पुलिस पर ‘भरोसा’ नहीं, पड़ोसी प्रदेशों की पुलिस को
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 21 Aug 2009 11:00 PM
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दूसरे प्रदेशों की पुलिस को क्या हरियाणा पुलिस पर विश्वास नहीं ? ऐसे सवाल उठाए जाने की वजह है कि दूसरे प्रदेशों की पुलिस, फरीदाबाद पुलिस को बिना सूचना दिए यहां कार्यवाही कर चुपचाप खिसक जाती हैं। पिछले एक साल में ऐसे सात से अधिक मामले सामने आ चुके हैं।

ताजा उदाहरण बुधवार रात का है। बिहार पुलिस ने दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल की मदद से फरीदाबाद के सेक्टर तीन से बिहार के एक पूर्व सांसद को गिरफ्तार किया। लेकिन इसकी भनक यहां की पुलिस को लगने नहीं दी गई। हद तो तब हो गई जब फरीदाबाद पुलिस कमिश्नर के मांगने पर घटना की जानकारी पटना के एसएस विनीत विजेता से दी, पर गलत। उन्होंने गिरफ्तारी फरीदाबाद की जगह दिल्ली बार्डर से बता दिया।

मंगलवार को बिहार पुलिस ने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की मदद से फरीदाबाद के सेक्टर-30 से हत्यारोपी पूर्व सांसद तथा जदयू नेता विजय कृष्ण को गिरफ्तार किया था। उन्हें यहां से गिरफ्तार किए कई घंटे बीत गए, तब इसकी उड़ती जानकारी फरीदाबाद पुलिस कमिश्नर पीके अग्रवाल को मिली। इसके बाद असलियत जानने के लिए उन्होंने एसएसपी से बात की। इस घटना से फिर जाहिर हो गया कि पड़ोसी प्रदेशों की पुलिस से तालमेल बिठाने की अब तक की सारी कसरत फेल हो चुकी है।

जबकि हर साल अपराधियों एवं कार्रवाईयों को लेकर पड़ोसी प्रदेशों के पुलिस अधिकारियों की इस सूबे की पुलिस के साथ बैठक होती है। आखिरी बैठक स्वतंत्रता दिवस से पहले हुई थी। लेकिन हफ्ते भर बाद ही दिल्ली पुलिस ने तालमेल को लेकर लिए गए निर्णयों में पलीता लगा दिया। इसी तरह की बात से परेशान होकर एक मामले में तत्तकालीन एसएसपी श्रीकांत जाधव ने दिल्ली पुलिस को पत्र लिखा था।

हालांकि यहां के पुलिस कमिश्नर अविश्वनीयता वाली बात को नहीं मानते। साथ ही यह भी कहते हैं कि पहले क्या हुआ उन्हें नहीं मालूम। ताजे मामले में उनकी दलील है कि पूर्व सांसद की गिरफ्तारी उनकी जानकारी के मुताबिक, फरीदाबाद में नहीं हुई। बिहार पुलिस क्या कहती है उन्हें नहीं मालूम।

- अक्टूबर 08 में फरीदाबाद के एसजीएमनगर से दिल्ली पुलिस ने दिल्ली ब्लास्ट के सिलसिले में चार युवकों को गिरफ्तार किया। आरोप सिद्ध न होने पर फरीदाबाद पुलिस के हवाले कर दिया गया। जिन्हें लूट के एक मामले में जेल भेजा गया। 
    मालेगांव धमाके के सिलसिले में मुंबई एटीएस ने फरीदाबाद के सूरजकुंड इलाके में कई दफे छापेमारी की। लेकिन फरीदाबाद पुलिस को इसकी भनक नहीं लगी।

    नंवबर 08 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने फरीदाबाद के सेक्टर-21 में छापेमारी नकली नोट का कारखाना पकड़ा। फरीदाबाद पुलिस को भनक नहीं लगी।
     अप्रैल 08 टीवी पत्रकार सोम्या विश्वनाथन हत्याकांड में प्रयोग की गई कार दिल्ली पुलिस ने सेक्टर-14 से बरामद की। फरीदाबाद पुलिस को एक दिन बाद जानकारी मिली

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