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ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा 11 परियोजनाएं चिन्हित

दिल्ली मुम्बई इण्डस्ट्रियल कॉरीडोर परियोजना   राज्य सरकार ने दिल्ली-मुम्बई इण्डस्ट्रियल कॉरीडोर परियोजना (डी.एम.आई.सी.) के तहत ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण क्षेत्र में 11 परियोजनाएं चिन्हित की हैं।...

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा 11 परियोजनाएं चिन्हित
एजेंसीSat, 01 Aug 2009 10:48 PM
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दिल्ली मुम्बई इण्डस्ट्रियल कॉरीडोर परियोजना
 
राज्य सरकार ने दिल्ली-मुम्बई इण्डस्ट्रियल कॉरीडोर परियोजना (डी.एम.आई.सी.) के तहत ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण क्षेत्र में 11 परियोजनाएं चिन्हित की हैं। अर्ली बर्ड प्रोजेक्ट के नाम से इन परियोजनाओं में बोडाकी रेलवे स्टेशन का विकास, मेट्रो रेल (नोएडा-ग्रेटर नोएडा-जेवर) का विकास, दादरी-तुगलकाबाद-बल्लभगढ़ रेलवे लाइन का विकास, नोएडा-ग्रेटर नोएडा-फरीदाबाद एक्सप्रेस-वे, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के शहरों से जेवर में प्रस्तावित अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे तक रेल लिंक, नोएडा के सेक्टर-32 में सिटी सेंटर का विकास, नोएडा में मल्टीलेविल कार पार्किग, आटो मार्ट का विकास, पावर प्लांट की स्थापना और ताज इंटरनेशनल एवियेशन हब का विकास किया जाएगा।


औद्योगिक विकास विभाग के एक प्रवक्ता के अनुसार इन परियोजनाओं के ड्राफ्ट एम.ओ.यू. का अनुमोदन और उस पर हस्ताक्षर के लिए ग्रेटर नोएडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी को अधिकृत किया गया है। इस परियोजना में निवेश का पहला स्थान ग्रेटर नोएडा और दूसरा मेरठ-मुजफ्फरनगर में होगा। निवेश क्षेत्र के लिए इस कॉरीडोर के दोनों ओर डेढ़-दो सौ  किलोमीटर का क्षेत्र चिन्हित किया गया है। दादरी-नोएडा-गाजियाबाद निवेश क्षेत्र के लिए ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण और मेरठ-मुजफ्फरनगर औद्योगिक क्षेत्र के लिए उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम को नोडल एजेंसी बनाया गया है। परियोजना के कार्यान्वयन से नोएडा, ग्रेटर नोएडा और ताज एक्सप्रेस-वे क्षेत्र में उद्योगों का तेजी से विकास होगा और उच्च गुणवत्ता वाले औद्योगिक निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए अन्तरराष्ट्रीय स्तर की भौतिक और सामाजिक अवस्थापना सुविधाएँ विकसित होंगी। इसमें लॉजिस्टिक हब, एक्सप्रेस-वे, औद्योगिक पार्क और क्लस्टर प्रोसेसिंग हब, हाईस्पीड रेल लिंकेज, पावर प्रोजेक्ट, सुविधाएँ जैसे स्किल डेवलपमेंट सेंटर और मनोरंजन व अन्य सामाजिक सुविधाओं से युक्त विकसित टाउनशिप आदि होंगे।

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