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विभागीय आदेश को नहीं मान रहे है प्राइवेट स्कूल

साइबर सिटी में प्राइवेट स्कूलों की मनमानी पर विभाग का रवैया लचीला होने से अभिभावकों की समस्याए कम होने की बजाय बढ़ने लगी हैं। अभिभावकों की लगातार शिकायतों के बाद भी स्कूलों के उपर कोई कार्रवाई नहीं...

विभागीय आदेश को नहीं मान रहे है प्राइवेट स्कूल
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 26 Jul 2009 09:10 PM
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साइबर सिटी में प्राइवेट स्कूलों की मनमानी पर विभाग का रवैया लचीला होने से अभिभावकों की समस्याए कम होने की बजाय बढ़ने लगी हैं। अभिभावकों की लगातार शिकायतों के बाद भी स्कूलों के उपर कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी है। अभी तक कई स्कूलों ने फार्म-6 भी शिक्षा विभाग को नहीं भेजे है।

शिक्षा निदेशक ने स्कूलों को आदेश दिए थे कि वे टय़ूशन फीस में बीस प्रतिशत तक की बढ़ोतरी कर सकते है। इससे माना जा रहा था कि फीस का मामला शांत हो जाएगा। लेकिन, कई नामचीन स्कूलों ने अभिभावकों से दो टूक कहा कि उन्हें ऐसा कोई आदेश नहीं मिला है।

इसकी शिकायत अभिभावकों ने डीईओ से की थी। अभिभावकों का कहना है कि विभागीय अधिकारियों की उदासीनता के कारण स्कूल मनमानी कर रहे है। कई स्कूलों ने मनमाने ढंग से फीस वसूल किए हुए, नए आदेश के तहत उन्हें फीस को एडजस्ट करना है।

अभिभावक एकता मंच फीस मामले में लगातार आंदोलन कर रहे है। जिला अध्यक्ष का कहना है कि विभाग और स्थानीय प्रशासन की ढीलाई का लाभ स्कूल उठा रहे हैं। जिला शिक्षा अधिकारी अजीत काद्यान ने कहा कि स्कूलों को सीधे आदेश की कापी दोबारा भेजी जा रही है।

यदि वे आदेश नहीं मानते है तो पूरी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी। विभागीय आदेश के बाद ही ऐसे स्कूलों पर कार्रवाई की जाएगी।

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