कसाब का जमात-उद-दावा से संबंध नहीं: सईद
मुंबई हमलों के आरोपी और प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जमात उद दावा के प्रमुख हाफिज मोहम्मद सईद ने दावा किया है कि आतंकवादी अजमल कसाब के साथ उनके संगठन का नाम जोड़ा जाना उसके खिलाफ साजिश का एक हिस्सा...
मुंबई हमलों के आरोपी और प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जमात उद दावा के प्रमुख हाफिज मोहम्मद सईद ने दावा किया है कि आतंकवादी अजमल कसाब के साथ उनके संगठन का नाम जोड़ा जाना उसके खिलाफ साजिश का एक हिस्सा है।
नजरबंदी से गत महीने रिहा होने के बाद पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में गुजरांवाला की एक मस्जिद में जुमे की नमाज के बाद लोगों के समक्ष उसने ये बातें कहीं। उल्लेखनीय है कि मुंबई पर हमलों के आरोप में दिसंबर 2008 में सईद को गिरफ्तार किया गया था।
सईद ने कहा कि मुंबई पर हमलों के बाद भारत के अनुरोध पर संयुक्त राष्ट्र ने जेयूडी को प्रतिबंधित कर दिया। उसने आरोप लगाया कि कसाब का नाम जेयूडी से जोड़ा जाना उनके संगठन के खिलाफ साजिश का एक हिस्सा है।
जेयूडी को चैरिटेबल संगठन बताने वाले सईद ने भारत के रक्षा खर्च पर सवाल उठाना जारी रखा और कहा कि पड़ोसी देश का रक्षा व्यय पाकिस्तान के वार्षिक बजट के बराबर है। उसने एक पुरानी बात को दोहराया कि पाकिस्तान के ऊपर पूर्वी सीमा पार से खतरा मंडरा रहा है।
सईद ने अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पर पाकिस्तान को तोड़ने के लिए गुप्त एजेंडा पर काम करने का आरोप लगाया और कहा कि देश के मौजूदा हुक्मरानों में रक्षा की क्षमता नहीं है। उसने कहा कि देश के हुक्मरानों को पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की नीतियों के पालन से बचना चाहिए।
उसने कहा कि नाटो बलों को अगले साल तक अफगानिस्तान से रूख्सत होना होगा। मुंबई पर आतंकवादी हमलों के बाद दिसंबर में सईद और उसके कई साथियों को गिरफ्तार किया गया था। बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया। लाहौर हाई कोर्ट के आदेश के बाद जून महीने में सईद और उसके घनिष्ठ सहयोगी कर्नल (अवकाशप्राप्त) नजीर अहमद को रिहा कर दिया गया था।