मीटर नहीं, फिर भी रीडिंग दर्शाकर भेज बिल
बिजली निगम की लापरवाही व अनदेखी का परिणाम सेक्टर-31 में रहने वाला एक परिवार झेल रहा है। एवरेज का बिल भेज पहले उसे डिफॉल्टर बनाया गया। इसके बाद उसका मीटर उतार लिया गया। उपभोक्ता कई बार अपनी फरियाद...
बिजली निगम की लापरवाही व अनदेखी का परिणाम सेक्टर-31 में रहने वाला एक परिवार झेल रहा है। एवरेज का बिल भेज पहले उसे डिफॉल्टर बनाया गया। इसके बाद उसका मीटर उतार लिया गया। उपभोक्ता कई बार अपनी फरियाद बिजली निगम अधिकारियों के समक्ष रख चुका है। लेकिन उसकी एक न सुनी गई। हैरानी है कि कनेक्शन कटे होने के बावजूद निगम ने अप्रैल व मई के बिल भेज दिए हैं।
सेक्टर-30 के शहजदा राम भारद्वाज प्राइवेट नौकरी करते हैं। उन्होंने अपने मकान में वेस्ट सब-डिविजन सेक्टर-18 से पीपी-11-0031 ए नंबर के तहत बिजली मीटर लगवाया। उनका आरोप है कि वर्ष 2006 में वह अपने गांव चले गए । इसके बाद उनका बिल 600 यूनिट की एवरेज से भेज जता रहा। इस बारे में उन्होंने विभाग के अधिकारियों से शिकायत की। इसके बाद उसे ठीक कर दिया। लेकिन फिर एवरेज के हिसाब से बिल भेजना शुरु कर दिया। 18 मार्च 09 को डिफॉल्टर बताकर उनका कनेक्शन काट दिया गया। अब उनका परिवार बिना बिजली के रह रहा है। भारद्वाज ने हिन्दुस्तान को बताया कि वह इस बारे में निगम के अधीक्षण अभियंता से मिल चुके हैं। कनेक्शन कटे होने के बावजूद उसे 230 यूनिट का बिजली बिल बनाकर भेज दिया है। वेस्ट सब-डिविजन के एसडीओ का कहना है कि उपभोक्ता की शिकायत पर गौर की जाएगी। सही बिल ही उपभोक्ता से वसूला जाएगा।