रिलायंस कैपिटल की नजरें अब बैकिंग क्षेत्र पर
रिलायंस कैपिटल की अगले एक वर्ष के भीतर निवेश बैंकिंग व्यवसाय में प्रवेश की योजना है। इसके साथ ही कंपनी के अध्यक्ष अनिल अंबानी ने कहा कि कंपनी के बीमा व्यवसाय में हिस्सेदारी बेचने के लिए सार्वजनिक...
रिलायंस कैपिटल की अगले एक वर्ष के भीतर निवेश बैंकिंग व्यवसाय में प्रवेश की योजना है। इसके साथ ही कंपनी के अध्यक्ष अनिल अंबानी ने कहा कि कंपनी के बीमा व्यवसाय में हिस्सेदारी बेचने के लिए सार्वजनिक निर्गम लाया जाएगा।
कंपनी के वार्षिक साधारण सभा में अनिल अंबानी ने कहा कि रिलायंस कैपिटल के मामले में हम लगातार व्यापार के नए क्षेत्रों की खोज कर रहे हैं। अगले 12 महीनों के भीतर हमारी योजना निवेश बैंकिंग की दुनिया में पहला कदम रखने की है।
उन्होंने कहा कि भारतीय उद्योग जगत में अपने संबंधों के पैमाने और परिमाण तथा अपने वितरण नेटवर्क के विस्तृत आकार और पहुंच के बल पर हम निवेश बैंकिंग के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण स्थान बनाएंगे।
अंबानी ने कहा कि समूह की बीमा कंपनी इस समय देश की चार शीर्ष कंपनियों में से है और इसके लिए सार्वजनिक निर्गम लाने, एक रणनीतिक साझेदार खोजने या हिस्सेदारी बेचने के विकल्पों पर विचार हो रहा है।
उन्होंने कहा कि शेयरधारकों के अधिकतम लाभ के उद्देश्य को ध्यान में रखकर इस संबंध में शीघ्र ही कोई फैसला लिया जाएगा। उनके अनुसार चार वर्ष पहले रिलायंस कैपिटल के गठन के बाद से कंपनी का राजस्व 14 गुना, शुद्ध लाभ 28 गुना, कुल संपत्ति नौ गुना और मूल्य विस्तार पांच गुना हुआ है।
अंबानी ने शेयरधारकों को लिखे एक पत्र में अपनी भविष्य की योजनाओं का खुलासा किया। इसमें शामिल हैं:
-अपनी वितरण पहुंच को 5,००० से बढ़ाकर 25,००० शहरों और कस्बों तक पहुंचाना।
-व्यापारिक साझेदारों की संख्या को 5 लाख से बढ़ाकर 1० लाख तक पहुंचाना।
-जब प्रावधान इजाजत दें तो बैंकिंग क्षेत्र में प्रवेश करना।
-प्रबंधन, बीमा, ब्रोकिंग गतिविधियों का पूरे एशिया, अफ्रीका और मध्य पूर्व में विस्तार करना।