दुल्हन की डोली की माफिक नैनो के आने का इंतजार
नैनो को घर लाने की बेकरारी ईएसआई कर्मी ताराचंद और निजी कंपनी में कार्यरत धीरज सेतिया के परिवारों के नयनों में साफ झलकती है। दुल्हन की डोली की माफिक नैनो के आने का इंतजार हो रहा है। पहली बार दोनों...
नैनो को घर लाने की बेकरारी ईएसआई कर्मी ताराचंद और निजी कंपनी में कार्यरत धीरज सेतिया के परिवारों के नयनों में साफ झलकती है। दुल्हन की डोली की माफिक नैनो के आने का इंतजार हो रहा है। पहली बार दोनों परिवार कार वाले होंगे। पहली नैनो हासिल करने वाले ताराचंद और धीरज फरीदाबाद के पहले ग्राहक होंगे।
रंगारंग समारोह में जिनको तायल मोटर्स नैनो की चाबी सौंपेगी। ताराचंद और उनकी पत्नी निशा से अब इंतजार नहीं हो पा रहा है। मां-बाप के साथ इनकी दो छोटी बच्चियां भी बेकरार हैं। रोने पर मां उनको नैनो लाने की बातकर चुप करवाती हैं। ताराचंद अपनी पत्नी और बच्चियों को लेकर लगभग हर रोज शोरुम जाते हैं।
ईएसआई कालोनी में नैनो को खड़ी करने के लिए स्थान तय कर लिया। घर के सामने जहां नैनो खड़ी होगी वहां सफाई कर दी गई। फरीदाबाद के 328 खरीदारों में से पहले चरण में 12 ग्राहकों को नैनो की डीलीवरी होगी। जिनमें धीरज और तारचंद को पहले दो ग्राहक चुना गया है।