एमटीएन लगा रही कर्जे की काल
दक्षिण अफ्रीका की अग्रणी दूरसंचार कंपनी एमटीएन ने भारत की निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल के साथ प्रस्तावित विलय की प्रक्रिया पूरी करने के लिए 3.5 अरब डालर के ऋण के वास्ते ऋण...
दक्षिण अफ्रीका की अग्रणी दूरसंचार कंपनी एमटीएन ने भारत की निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल के साथ प्रस्तावित विलय की प्रक्रिया पूरी करने के लिए 3.5 अरब डालर के ऋण के वास्ते ऋण दाता समूहों से बातचीत कर रही है।
दोनों कंपनियों की इस समय विलय की बातचीत चल रही है। विलय के बाद यह विश्व की तीसरी सबसे बडी दूरसंचार कंपनी हो जाएगी जिसके करीब 20 करोड़ ग्राहक होंगे। दोनों कंपनियों का संयुक्त राजस्व 20 अरब डालर होगा। विश्लेषकों के अनुसार कंपनी के वित्तीय प्रबंध के प्रयासों से ऐसे संकेत हैं कि विलय के लिए 31 जुलाई की समयसीमा से पहले वार्ता पूरी हो जाएगी।
प्रूडेन्शियल पोर्टफोलियो मैनेजर्स के पूंजी प्रबंधक क्रिस वुड ने कहा कि एमटीएन के प्रयासों से स्पष्ट है कि एमटीएन प्रस्तावित विलय प्रक्रिया के लिए शर्तें पूरी करना सुनिश्चित कर लेना चाहती है। बैंक ऑफ अमेरिका, मेरिल लिंच और डच बैंक डील के लिए एमटीएन को सलाह दे रहे हैं।
अफ्रीका की सबसे बड़ी मोबाइल फोन कंपनी और भारत की निजी क्षेत्र की अग्रणी दूरसंचार कंपनी भारती डील पूरी करने की समयसीमा जुलाई के अंत तक ही रखने पर सहमत हुई हैं। भारती और एमटीएन के बीच 23 अरब डालर की डील हुई है।