बारिश के बाद जगह-जगह टूटीं सड़कें
गुरुवार रात हुई बारिश के बाद अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ और टनकपुर-तवाघाट मोटर मार्ग पर मलबा आ गया। इससे सड़कें घंटों बंद रही। हल्द्वानी के लिए वाहन वाया देवीधूरा निकले। इसके चलते यात्रियों को दिक्कतों का...
गुरुवार रात हुई बारिश के बाद अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ और टनकपुर-तवाघाट मोटर मार्ग पर मलबा आ गया। इससे सड़कें घंटों बंद रही। हल्द्वानी के लिए वाहन वाया देवीधूरा निकले। इसके चलते यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
बारिश ने ग्रिफ और पीडब्ल्यूडी के सुरक्षा इंतजमों की पोल खोल दी। जिलाधिकारी ने भी पूर्व में घोषणा की थी कि मलबा हटाने के लिए सभी मार्गो पर बुलडोरों की व्यवस्था की गई है। लेकिन ऐन वक्त पर सारी घोषणाएं धरी की धरी रह गई। यात्री धन सिंह मेहता का कहना है कि अल्मोड़ा लोनिवि इस सड़क को खोलने के लिए उतना गम्भीर नजर नहीं आ रहा। उन्होंने बताया कि कई घण्टे इंतजार के बाद बुलडोजर सड़क खोलने के लिए पहुंचा और काम चलाऊ ढंग से सड़क खोलकर चलता बना।
खटीमा। खटीमा-तवाघाट राष्ट्रीय राज मार्ग बारिश के कहर से पिछले दस माह से बाधित है। ऊधम¨सह नगर व चंपावत जिले के बनबसा व खटीमा के बीच मौजूद जगबूढ़ा पुल पिछले वर्ष 20 सितम्बर को हुई बरसात में टूट गया था। पुल के टूट जने के बाद इस मार्ग पर वकल्पिक मार्ग बनाया गया, जो इस वर्ष 28 जून को पहली ही बारिश में बह गया। तीन दिन के अंदर वकल्पिक मार्ग दुबारा बना लिया गया। लेकिन यह मार्ग भी 7 जुलाई को बह गया। एनएच 125 पूरी तरह से आवाजही के लिए बंद हो चुका है। बनबसा, टनकपुर, चंपावत, लोहाघाट, पिथौरागढ़ तथा नेपाल क्षेत्रों के लिए आवागमन के नये रास्ते लोग खोज रहे हैं। मार्ग के बाधित होने से क्षेत्र में आवश्यक सामग्री की किल्लत शुरू हो गयी है।
चंपावत। बारिश के चलते मलबा आने से टनकपुर-तवाघाट राष्ट्रीय राजमार्ग बेलखेत-चल्थी के बीच चार घंटे बाधित रहा। इससे यात्रियोंे दिक्कतें उठानी पड़ी। मार्ग बंद होने से कई वाहन फंसे रहे। जनपद के कई आंतरिक मागरें पर भी मलबा आने से वाहनों की आवाजाही प्रभावित रही। लोग जरूरी काम के लिए जिला मुख्यालय तक नहीं आ सके। शुक्रवार सुबह से बारिश के चलते मार्ग बंद हो गया। बीआरओ ने करीब चार घंटे बाद मार्ग खुलवाया। मलबा आने सेमीना बाजार में भी सड़क बंद होगई।
इससे यात्रियों को कई गंटे तक इंतजर करना पड़ा। कारी गांव के पास तामली मोटर मार्ग के बाधित रहने से पूरे इलाके के लोग जिला मुख्यलय से कटे रहे। लोग जरूरी सामान लेने भी बाजर नहीं आ सके। कलक्ट्रेट के जने वाली सड़क पर कई स्थानों पर गंदा पानी, कीचड़ व छोटे-छोटे पत्थरों के बहकर आने से मलबे के ढेर लग गए। इससे कई दोपहिया वाहन चालक रपट कर घायल हो गए।