उद्योग जगत ने किया बजट का स्वागत
भारतीय उद्योग जगत ने आर्थिक वृद्धि दर को 9 फीसदी की दर पर वापस लाने और साहसी कर सुधार के संकेत का स्वागत किया लेकिन न्यूनतम वैकल्पिक कर (मैट) को बढ़ाने और प्रतिभूति सौदा कर को जारी रखे जाने पर अफसोस...
भारतीय उद्योग जगत ने आर्थिक वृद्धि दर को 9 फीसदी की दर पर वापस लाने और साहसी कर सुधार के संकेत का स्वागत किया लेकिन न्यूनतम वैकल्पिक कर (मैट) को बढ़ाने और प्रतिभूति सौदा कर को जारी रखे जाने पर अफसोस व्यक्त किया।
शीर्ष उद्योगपति राहुल बजाज ने सोमवार को कहा कि वेतनेत्तर लाभ कर (एफबीटी) को खत्म किए जाने को लेकर पूरे उद्योग जगत की ओर से मैं बेहद खुश हूं लेकिन मैट को लेकर थोड़ी नाखुशी है। बजट में मैट दर को 10 फीसद से बढ़ाकर 15 फीसद कर दिया गया है।
आईसीआईसीआई बैंक की प्रबंध निदेशक और सीईओ चंदा कोचर ने कहा कि वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी का आर्थिक वृद्धि दर को 9 फीसद कीदर पर वापस लाने का प्रयास सही दिशा में उठाया गया कदम है।
कोचर का मानना है कि एसटीटी के बारे में भी सरकार को ध्यान देना चाहिए था।
फोर्टिस के शिविन्दर मोहन सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र की उपेक्षा की गई है। हम स्वास्थ्य क्षेत्र संबंधी बुनियादी ढांचे को मजबूती दिए जाने की उम्मीद कर रहे थे लेकिन इस बारे में बजट चुप है। इससे हम दुखी हैं।
उद्योग जगत ने प्राकृतिक गैस उत्पादन पर 7 फीसद कर छूट बहाल किए जाने का स्वागत करते हुए कहा कि इससे नेल्प-8 के लिए विदेशीबोलीदाताओं को आकर्षित करने में मदद मिलेगी। आरआईएल के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (तेल और गैस) पीएमएस प्रसाद ने कहा कि यह कोई नया लाभ नहीं है। यह पहले से था। हम इस बारे में स्थिति स्पष्ट किए जाने से खुश हैं।