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Hindi Newsआक्रोश में हैं सीतामढ़ी एसपी पर कार्रवाई नहीं होने से, जत्थे बना सोमवार से पूरे सूबे में करेंगे प्रदर्शन

आक्रोश में हैं सीतामढ़ी एसपी पर कार्रवाई नहीं होने से, जत्थे बना सोमवार से पूरे सूबे में करेंगे प्रदर्शन

इंजीनियरों ने अब लड़ाई तेज करने का निर्णय किया है। अभियंता संघों का आरोप है कि इंजीनियर योगेन्द्र पाण्डेय की मौत के जिम्मेवार सीतामढ़ी एसपी पर कार्रवाई करने से सरकार भाग रही है। सरकार ने हड़ताल को...

आक्रोश में हैं सीतामढ़ी एसपी पर कार्रवाई नहीं होने से, जत्थे बना सोमवार से पूरे सूबे में करेंगे प्रदर्शन
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 27 Jun 2009 07:45 PM
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इंजीनियरों ने अब लड़ाई तेज करने का निर्णय किया है। अभियंता संघों का आरोप है कि इंजीनियर योगेन्द्र पाण्डेय की मौत के जिम्मेवार सीतामढ़ी एसपी पर कार्रवाई करने से सरकार भाग रही है। सरकार ने हड़ताल को टालने के लिए सीबीआई जांच और इंजीनियर पाण्डेय के परिजनों को कुछ सुविधाएं देने की कार्रवाई ही आरंभ की है। पर सीतामढ़ी एसपी के साथ ही वहां के डीएम और पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव पर कार्रवाई से बच रही है

तीन दिनों से सरकार का एक भी आला अधिकारी बिहार अभियंत्रण सेवा संघ (बेसा) की मांगों की बाबत बात करने को आगे नहीं आया है। वसे बेसा 1 जुलाई तक कार्य बहिष्कार करते हुए 2 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का ऐलान कर चुका है।

बेसा के महासचिव राजेश्वर मिश्र ने कहा कि उनके संघ के साथ ही अभियंत्रण सेवा समन्वय समिति, अवर अभियंता संघ, यांत्रिक अभियंत्रण सेवा संघ, विद्युत अभियंत्रण सेवा संघ और विद्युत कनीय अभियंता संघ सरकार की एक-एक कार्रवाई पर दिन-रात निगाह रखे हुए हैं।

संघों में अब राय बनी है कि सरकार पर अंतिम रूप से दबाव बनाने के लिए सोमवार से विश्वेश्वरैया भवन और सिंचाई भवन में इंजीनियर जुटें और जत्था बनाकर एक-एक कार्यालय घूमकर सरकार की अद्यतन कार्रवाई से अवगत कराते हुए आंदोलन की सफलता सुनिश्चित करें। मुफस्सिल कार्यालयों के जिला मुख्यालयों में इसी तरह की कार्रवाई करने का निर्देश दिया जा रहा है।

रोज प्रदर्शन करने पर भी सहमति बनी है। उन्होंने कहा कि जिन मांगों पर अभी कार्रवाई नहीं दिख रही है उनमें विकास कार्यो में प्रशासनिक हस्तक्षेप बन्द करने, इंजीनियरों को पूर्ण सुरक्षा देने, सभी कार्य प्रमंडलों में तत्काल सुरक्षा गार्ड उपलब्ध कराने, इंजीनियर पाण्डेय की पुत्री की शादी के लिए 10 लाख रुपए सावधि खाते में जमा करने, उनके बच्चों की शिक्षा की पूरी व्यवस्था करने और एक आश्रित को योग्यतानुसार नौकरी देने की मांग शामिल है।

उन्होंने बताया कि अब तक सरकार सीबीआई जांच के साथ ही योगेन्द्र पाण्डेय के आश्रितों को 10 लाख रुपए अनुग्रह अनुदान, नौकरी काल तक पूर्ण वेतन और उसके बाद फुल पेंशन देने पर ही कागजी कार्रवाई शुरू कर पायी है।

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