शासन को भेजा विरोध का पत्र, जुलाई में बुलाई पूरे प्रदेश के कॉलेजों की मीटिंग
मैनेजमेंट कोटा खत्म करने की शासन की मंशा के विरोध में कॉलेज संचालक लामबंद होने शुरू हो गए हैं। यूपी टेक्निकल इंस्टीट्यूट फेडरेशन ने शासन को विरोध का पत्र भेज दिया है। अगले सत्र में कोटा खत्म होने की...
मैनेजमेंट कोटा खत्म करने की शासन की मंशा के विरोध में कॉलेज संचालक लामबंद होने शुरू हो गए हैं। यूपी टेक्निकल इंस्टीट्यूट फेडरेशन ने शासन को विरोध का पत्र भेज दिया है। अगले सत्र में कोटा खत्म होने की मार से बचने को कॉलेजों ने जुलाई में मीटिंग बुलाई है।
निजी कॉलेज अगले सेशन में अलग से प्रवेश परीक्षा कर सकते हैं। बीएड में मैनेजमेंट कोटा खत्म होने के बाद निजी कॉलेज हरकत में आ गए हैं। कॉलेजों के निदेशकों के साथ बैठक में शासन ने यूपीटेक से संचालित कॉलेजों में भी मैनेजमेंट कोटा समाप्त करने की बात कही है। इसके विरोध में कॉलेजों ने लामबंदी शुरु कर दी है।
यूपीटिफ ने शासन को पत्र भेजकर अपना विरोध दर्ज करा दिया है। फेडरेशन ने साफ कहा है कि ब्रोशर में पंद्रह फीसदी कोटे की बात कही है। कानून इसे बदला नहीं जा सकता। इस सत्र में किसी भी सूरत में यह बदलाव नहीं हो सकता। इसके अलावा मैनेजमेंट कोटे की बाद निदेशकों से नहीं की जा सकती, इसके लिए मालिकों से बात जरुरी है।
फेडरेशन ने अगले सत्र में कोटे पर गिरने वाली गाज से बचने की तैयारी अभी शुरु कर दी है। फेडरेशन के महासचिव डा.अतुल कुमार जान ने बताया कि जुलाई में सभी कॉलेजों के संचालक बुलाए गए हैं। कॉलेजों के मालिक मिलकर आगे की रणनीति तय करेंगे।
डा.जान के अनुसार अगले साल फेडरेशन अपनी प्रवेश परीक्षा अलग से करा सकती है। इसकी तैयारी शुरू हो गई है और जुलाई की बैठक में यह एजेंडा रखा जाएगा। इसके लिए संबंधित संस्थाओं से भी वार्ता की जाएगी।