समस्याएं और की गई कार्रवाई भी दर्ज होगी रजिस्टर में
अब किसानों की समस्याओं की अनदेखी संभव नहीं है। जिलों में पदस्थापित कृषि अधिकारी सप्ताह में एक दिन ‘किसान के दरबार’ में उपस्थित होंगे। वे उनकी समस्याएं सुनेंगे और तुरंत कार्रवाई करेंगे।...
अब किसानों की समस्याओं की अनदेखी संभव नहीं है। जिलों में पदस्थापित कृषि अधिकारी सप्ताह में एक दिन ‘किसान के दरबार’ में उपस्थित होंगे। वे उनकी समस्याएं सुनेंगे और तुरंत कार्रवाई करेंगे। कार्यालय में रखे गये रजिस्टर में उपस्थित किसानों की सूची और उनकी समस्याओं की चर्चा होगी।
अधिकारी उसके सामने यह अंकित करेंगे कि उस समस्या के निराकरण के लिए उनके स्तर से क्या कार्रवाई की गई। की गई कार्रवाई की जांच के लिए रजिस्टर कभी मुख्यालय मंगाया जा सकता है। इस बात का फैसला तो पहले ही किया जा चुका है कि मंत्री खुद भी मुख्यालय में रहने पर सप्ताह में एक दिन किसानों से मिलेंगी।
इसके लिए बुधवार दिन तय किया गया है। कृषि मंत्री रेणु कुमारी ने किसानों की समस्याओं को लेकर अधिकारियों को जमकर हड़काया है। उन्होंने जिलाधिकारियों को भी कृषि विभाग के कार्यो में रुचि लेने को कहा है। इसके लिए जिलाधिकारियों को पत्र भी लिखा है।
उन्होंने कहा है कि चूंकि जिलाधिकारी ही जिले में ‘आत्मा’ योजना के अध्यक्ष होते हैं लिहाज उनके स्तर पर ढेर सारी संचिकाएं लंबित रहती हैं। इससे काम प्रभावित होता है। कृषि मंत्री ने बताया कि जिलाधिकारियों की रुचि नहीं होने के कारण ही विभाग की योजनाओं में गड़बड़ी होती है।
उन्होंने कहा कि गड़बड़ी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। कृषि यंत्रीकरण में व्यापक गड़बडि़यां हैं। हर जिले में जांच की जा रही है। बेतिया में ऐसी शिकायत मिली है। जांच रिपोर्ट मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।