महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ-शिक्षकों के रिक्त पदों परभर्ती व प्रोन्नति की तैयारी
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में शिक्षकों के लगभग दो दजर्न रिक्त पदों पर भर्ती और प्रोन्नति की तैयारी जोरशोर से चल रही है। वहीं लगभग डेढ़ साल पहले हुई नियुक्तियों और साक्षात्कार के लिफाफे अभी तक नहीं...
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में शिक्षकों के लगभग दो दजर्न रिक्त पदों पर भर्ती और प्रोन्नति की तैयारी जोरशोर से चल रही है। वहीं लगभग डेढ़ साल पहले हुई नियुक्तियों और साक्षात्कार के लिफाफे अभी तक नहीं खुले हैं।
23 जून से 3 जुलाई तक विभिन्न विभागों के रिक्त पदों पर भर्ती और प्रोन्नति के लिए साक्षात्कार होंगे। प्रशासनिक अनुभाग साक्षात्कार की तैयारियों में जुटा है। विभिन्न विभागों में हलचल तेज हैं। खास तौर से जिन विभागों में सीधी भर्ती होनी है, वहां सबकी निगाहें टिकी हैं।
किसको इंटरव्यू लेटर जारी हो रहा है, किसको नहीं, मानक का पालन हो रहा है कि नहीं, विभाग के लोगों को वरीयता दी जाएगी या बाहरी लोगों को, इन चर्चाओं का बाजर गर्म है। दूसरी ओर उन शिक्षकों के चेहरे लटके हैं जिन्होंने पूर्व कुलपति प्रो.एसएस कुशवाहा के कार्यकाल में नियुक्ति और प्रोन्नति के लिए साक्षात्कार दिए थे।
प्रो.कुशवाहा के कार्यकाल के अंतिम तीन महीनों में हुए साक्षात्कार विवादों में घिर जने के कारण चयन समिति की संस्तुतियों वाले लिफाफे अभी तक नहीं खुले। इस मामले पर राजभवन का रुख भी सख्त है। कुछ शिक्षक हाईकोर्ट की शरण में हैं।
पिछली कार्यपरिषद की बैठक में तो चयन समिति की वैधता पर ही सवाल उठा और उनकी संस्तुतियां ही निरस्त कर दी गईं। अब ये लिफाफे कब खुलेंगे, कहना मुश्किल है। वहीं जो साक्षात्कार प्रस्तावित हैं, उसकी चयन समितियों के लिफाफे शीघ्र खुल जाएंगे।
जुलाई में कार्यपरिषद की बैठक होनी है। फिलहाल पूर्व में जिन शिक्षकों ने साक्षात्कार दिया है, उन्हें भरोसा है कि जब भी लिफाफा खुले उन्हें लाभ अर्हतिथि से ही मिलेगा।