फाइनल की दौड़ में सुधारना होगा प्रदर्शन: धोनी
टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा है कि सुपर-8 मुकाबले में वेस्टइंडीज से निराशाजनक हार के बाद अब गत चैंपियन टीम इंडिया को सेमीफाइलन में अपना स्थान पक्का करने के लिए खेल के हर विभाग...
टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा है कि सुपर-8 मुकाबले में वेस्टइंडीज से निराशाजनक हार के बाद अब गत चैंपियन टीम इंडिया को सेमीफाइलन में अपना स्थान पक्का करने के लिए खेल के हर विभाग में सुधार करना होगा।
धोनी ने वेस्टइंडीज के खिलाफ लंदन के ऐतिहासिक मैदान लॉर्ड्स में शुक्रवार को खेले गए मैच में हार के बाद कहा कि वेस्टइंडीज की पारी के बीच के ओवरों में टीम हरफनमौला खिलाडी ड्वेन ब्रावो और अन्य बल्लेबाजों को रन बनाने से नहीं रोक पाई।
उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि वेस्टइंडीज की पारी के बीच के ओवरों में ड्वेन ब्रावो और अन्य बल्लेबाजों ने अच्छा रन औसत प्राप्त कर लिया जिसने मैच का परिणाम तय करने में अहम भूमिका निभाई। उस दौरान वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों ने टीम के रन औसत को दस रन प्रति ओवर तक पहुंचा दिया।.
धोनी के मुताबिक टीम इंडिया के सामने अभी भी दो मैच हैं और सेमीफाइनल में स्थान पक्का करने के लिए हमारे पास अभी भी संभावनाएं बरकरार हैं। इसलिए हम अपना पूरा ध्यान अपने अगले मैचों पर केंद्रित कर रहे हैं। क्रिकेट के इस स्वरूप में हमने दुनिया की कई दिग्गज टीमों को अपने मैच हारते देखें हैं इसलिए इस मैच में हार के बावजूद हम बहुत अधिक निराश नहीं हैं।
धोनी ने कहा कि हम मानते हैं कि सेमीफाइनल में अपना स्थान बनाने के लिए इग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के साथ अगले दो मैचों में अच्छा प्रदर्शन करने के साथ जीत बेहद जरूरी है लेकिन पिछले वर्ल्ड कप के हर मैच के बाद हमारे सामने ऐसी ही स्थिति थी। हमने कुछ अच्छी टीमों को हराकर फाइनल तक पहुंचे और वर्ल्ड कप अपने नाम किया। इसलिए हमारे लिए पिछले विश्व कप के अपने प्रदर्शन को दोहराना कोई मुश्किल नहीं है। हालांकि हमें इस टूर्नामेंट के आगे के मैचों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा क्योंकि कुछ टीमें वास्तव में अच्छा क्रिकेट खेलती हैं और हम अब कोई खतरा मोल नहीं ले सकते।
उल्लेखनीय है कि युवराज सिंह के शानदार 67 रन की बदौलत भारतीय टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए वेस्टइंडीज के खिलाफ सात विकेट पर 153 रन का सम्मानजनक स्कोर खड़ा करने में कामयाब हुई। लेकिन उसके गेंदबाज वेस्टइंडीज की पारी के मध्य में ड्वेन ब्रावो (नाबाद 66 रन) और शिवनारायण चंद्रपाल (नाबाद 18 रन) को रन बनाने से नहीं रोक पाए। इसके अलावा सुरेश रैना के सीमारेखा पर एक चौका रोकने के लिए शानदार तरीके से हवा में छलांग लगाने के अलावा भारतीय खिलाडियों ने कोई अच्छा क्षेत्ररक्षण का प्रदर्शन नहीं किया। इसके कारण वेस्टइंडीज ने जीत के लिए जरूरी 154 रन का लक्ष्य आठ गेंदें शेष रहते ही हासिल कर लिया।