मंदी में भारत में ऑनलाइन खरीदारी बढ़ी: सर्वेक्षण
वैश्विक मंदी के बावजूद 2008 की चौथी तिमाही में भारत में उपभोक्ताओं के औसतन ऑनलाइन खर्च में 42 प्रतिशत का भारी इजाफा दर्ज हुआ है। एक सर्वेक्षण के अनुसार चौथी तिमाही के दौरान भारतीय उपभोक्ताओं का...
वैश्विक मंदी के बावजूद 2008 की चौथी तिमाही में भारत में उपभोक्ताओं के औसतन ऑनलाइन खर्च में 42 प्रतिशत का भारी इजाफा दर्ज हुआ है। एक सर्वेक्षण के अनुसार चौथी तिमाही के दौरान भारतीय उपभोक्ताओं का ऑनलाइन खर्च बढ़कर औसतन 3,442 डॉलर पर पहुंच गया।
वीज के ई-कॉमर्स उपभोक्ता मॉनिटर के अनुसार तिमाही दर तिमाही आधार पर चौथी तिमाही के दौरान औसत ऑनलाइन खर्च सबसे ज्यादा रहा है। 2008 की तीसरी तिमाही के दौरान औसत ऑनलाइन खर्च 2,419 डॉलर रहा था। यह सर्वेक्षण एशिया-प्रशांत क्षेत्र के लिए कराया गया था।
सर्वेक्षण के अनुसार ऑनलाइन खरीदारी में भारत तीसरे स्थान पर है। दिसंबर 2008 को समाप्त एक साल की अवधि के लिए इस सूची में सिंगापुर 4,018 डॉलर के औसतन खर्च के साथ शीर्ष पर है। उसके बाद हांगकांग (3,791 डॉलर) और फिर भारत का नंबर आता है।
वीज के कंट्री मैनेजर (दक्षिण एशिया) उत्तम नायक ने कहा कि हमारे सर्वेक्षण से यह बात सामने आई है कि मंदी के इस दौर में ऑनलाइन शॉपिंग का आकर्षण बरकरार है। नायक ने कहा कि इसकी वजह यह है कि इंटरनेट पर खरीदारी के दौरान ग्राहक किसी उत्पाद के दामों की तुलना कर सकते हैं और अपने बजट में सस्ता सामान खरीद सकते हैं।
सर्वेक्षण में कहा गया है कि एशिया-प्रशांत में 2008 की चौथी तिमाही के दौरान पिछली दो तिमाहियों की तुलना में ऑनलाइन खरीदारी में इजाफा हुआ है। सर्वेक्षण में जिन विभिन्न श्रेणियों को शामिल किया गया है उसके अनुसार ऑनलाइन खरीदारी के जिन क्षेत्रों में इजाफा हुआ है, उनमें पहले तीन स्थान पर यात्रा आधारित सेवाएं हैं।
सर्वेक्षण के अनुसार पिछले 12 माह के दौरान सबसे ज्यादा औसतन ऑनलाइन खर्च एयरलाइन की टिकटों (970 डॉलर) का हुआ है। उसके बाद ऑनलाइन ट्रैवल एजेंट (647 डॉलर) और यात्रा के दौरान ठहरने की सुविधा (527 डॉलर) का स्थान रहा।
नायक ने कहा कि एशिया-प्रशांत के ग्राहकों के बीच इंटरनेट का खास आकर्षण है। उन्होंने कहा कि खर्च बचाने वाले इंटरनेट सौदों के अलावा होटलों की बुकिंग आदि ग्राहक आराम से कुर्सी पर बैठकर करा रहे हैं।
सर्वेक्षण में शामिल सभी देशों और क्षेत्रों में इंटरनेट के जरिये सीमापार के सौदों में इजाफा हुआ है। सर्वेक्षण के मुताबिक चौथी तिमाही के दौरान सीमापार खरीदारी 40 प्रतिशत बढ़कर औसतन 368 डॉलर पर पहुंच गई, जबकि तीसरी तिमाही में यह औसतन 263 डॉलर रही थी।