अप्रैल से अब तक 42 चेन स्नेचिंग की हुई घटनाएं
पुलिस की नकारेपन से वाकिफ बदमाश अब दो अलग-अलग शिफ्टों में घटना को अंजाम देते हैं। उस वक्त न तो सड़क पर पुलिस होती है और न ही गश्त। आंकड़ों पर गौर करें तो एक अप्रैल से अब तक करीब 42 चेन स्नैचिंग...
पुलिस की नकारेपन से वाकिफ बदमाश अब दो अलग-अलग शिफ्टों में घटना को अंजाम देते हैं। उस वक्त न तो सड़क पर पुलिस होती है और न ही गश्त। आंकड़ों पर गौर करें तो एक अप्रैल से अब तक करीब 42 चेन स्नैचिंग की घटनाएं हो चुकी हैं। सभी घटनाओं को अलग-अलग गैंगों ने अंजाम दिया है।
जानकारी के अनुसार शहरी क्षेत्र में एक अप्रैल से अब तक करीब 42 चेन स्नेचिंग की घटनाएं हो चुकी हैं लेकिन पुलिस ने अधिकांश मामलों को दर्ज तक नहीं किया है। सभी घटनाएं रात करीब 8.30 से 10.30 तक तथा 12.30 से 2.30 बजे की बीच हुई हैं। इस वक्त शहर में न तो गश्त होती है और न ही पुलिस सड़क पर दिखती है। जो चेतक व लेपर्ड सड़क पर रहते भी हैं वह कहीं सूनसान साइड में गाड़ी खड़ीकर अपने दूसरे शिकार की तलाश में लगे रहते हैं। घटनाओं को अंजाम देने वाले नये-नये गैंग के बदमाश उन्हीं सड़कों पर ज्यादा वारदात करते हैं जहां रोड लाइट बंद होती है और सड़क पर डिवाइडर नहीं होते हैं।
स्थान जहां होती हैं ज्यादा घटनाएं- कोतवाली सेक्टर 24, 58 और 20 क्षेत्र बदमाशों के सर्वाधिक निशाने पर रहते हैं। यहां सेक्टर 12-22, 25 ए स्पाइस वर्ल्ड से एडोब चौराहा, 56, 57, 62, ममूरा, सेक्टर 71, लेबर चौक आदि हैं। इसके अतिरिक्त रजनीगंधा चौराहा, डीएनडी फ्लाईओवर, निठारी से शशि चौक, सेक्टर 21 जलवायु विहार आदि क्षेत्र हैं।