छठे वेतनमान की सिफारिशें लागू करने को जलसंस्थान कर्मी मुखर
राज्य सरकार ने छठे वेतन आयोग की संस्तुतियों को लागू न किया तो उत्तराखंड जलसंस्थान के कर्मचारी गुरूवार से कार्य बहिष्कार कर सकते हैं। कर्मचारी कार्य बहिष्कार पर गए तो भीषण गर्मी में धर्मनगरी में पेयजल...
राज्य सरकार ने छठे वेतन आयोग की संस्तुतियों को लागू न किया तो उत्तराखंड जलसंस्थान के कर्मचारी गुरूवार से कार्य बहिष्कार कर सकते हैं। कर्मचारी कार्य बहिष्कार पर गए तो भीषण गर्मी में धर्मनगरी में पेयजल की त्राहि-त्राहि मच जाएगी।
वहीं कर्मचारियों ने 15 जून से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है। उत्तराखंड जल संस्थान के कर्मचारी छठे वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने की मांग कर रहे हैं। प्रदेश सरकार लंबे समय से इस मांग को टाल रही है। कर्मचारियों की निगाह बुधवार को होने वाली प्रदेश मंत्रिमंडल बैठक की संस्तुतियों पर लगी है।
कैबिनेट ने यदि आयोग की सिफारिशों की संस्तुति के तहत वेतन दिए जाने की अनुशंसा कर दी, तो कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार टल जएगा। अन्यथा जल संस्थान के कर्मचारी गुरूवार को एक दिवसीय कार्य बहिष्कार करेंगे।
उत्तराखंड जलसंस्थान के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस स्थिति से निपटने की रणनीति बनाई है।
उत्तराखंड जलसंस्थान के अधिशासी अभियंता सुबोध कुमार ने जलापूर्ति बहाल रखने के लिए हड़ताल प्लान बना लिया है। उन्होंने इस प्लान से डीएम सहित विभागीय अधिकारियों को अवगत करा दिया है। अधिकारियों का मानना है कर्मचारियों की हड़ताल लंबी चली तो पेयजल आपूर्ति को बहाल रखना चुनौती होगी।
पूर्व में भी हड़ताली कर्मचारियों ने नलकूप, अन्त:स्रोत कूपों को चलाने वाले मोटरों की तारें काट डाली थी, जिससे पेयजल आपूर्ति बाधित हो गई थी।