मंदी से एयरलाइंस को 9 अरब डॉलर का नुकसान
उड्डयन उद्योग के बड़े संगठन ने सोमवार को कहा कि वैश्विक हवाई यातायात में संकट गहराने से विमान कंपनियों को इस वर्ष नौ अरब डॉलर का नुकसान होने की आशंका है। दुनिया की प्रमुख एयरलाइनों के प्रमुखों की...
उड्डयन उद्योग के बड़े संगठन ने सोमवार को कहा कि वैश्विक हवाई यातायात में संकट गहराने से विमान कंपनियों को इस वर्ष नौ अरब डॉलर का नुकसान होने की आशंका है।
दुनिया की प्रमुख एयरलाइनों के प्रमुखों की मलेशिया में हो रही बैठक में कहा गया कि उड्डयन उद्योग की स्थिति ठीक होने में लंबा समय लग सकता है। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) के महानिदेशक गियोवान्नी बिसिगानी ने विमान कंपनियों के 500 से अधिक प्रमुखों से आईएटीए की दो दिवसीय वार्षिक बैठक में कहा कि आज की स्थिति सबसे अधिक खराब है।
आईएटीए की रिपोर्ट में कहा गया कि अप्रैल में यात्रियों में 3.1 प्रतिशत और कार्गो सेवा में 21.7 प्रतिशत की गिरावट आई। रिपोर्ट में मई में स्थिति और अधिक खराब होने की चेतावनी दी गई है। यात्रियों की संख्या में गिरावट और माल ढुलाई में कमी के अलावा उड्डयन उद्योग को हवाई ईंधन की बढ़ती कीमतों से भी जूझना पड़ रहा है। जेट ईंधन की कीमतें पिछले सप्ताह छह महीने के सबसे ऊपरी स्तर 75 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गईं थीं।
इन चुनौतियों के कारण उड्डयन उद्योग में इस वर्ष नौ अरब डॉलर के घाटे का अनुमान लगाया गया है, जो मार्च में लगाए गए 4.7 अरब डॉलर के घाटे के अनुमान से करीब दोगुना है।