विशेषाधिकार समिति ने कुलकर्णी की निंदा की
लोकसभा की विशेषाधिकार समिति ने भारतीय जनता पार्टी के सुधीन्द्र कुलकर्णी को संसदीय परम्पराओं का अनादर करने और लोकतांत्रिक संस्थाओं का उपहास उड़ाने का दोषी ठहराते हुए ऐसे कृत्यों की पुनरावृत्ति रोकने...
लोकसभा की विशेषाधिकार समिति ने भारतीय जनता पार्टी के सुधीन्द्र कुलकर्णी को संसदीय परम्पराओं का अनादर करने और लोकतांत्रिक संस्थाओं का उपहास उड़ाने का दोषी ठहराते हुए ऐसे कृत्यों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए समुचित उपाय करने की अनुशंसा की है।
विशेषाधिकार समिति ने लोकसभा अध्यक्ष को भेजी गई अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कुलकर्णी ने ‘कैश फार वोट’प्रकरण की जांच करने वाली संसदीय समिति की बैठकों की कार्यवाहियों तथा समिति के समक्ष दिए गए वक्तव्यों को मीडियाकर्मियों को ई-मेल करके ससंदीय परम्पराओं और मर्यादाओं की अवलेहना की है। समिति की यह रिपोर्ट शुकगवार को लोकसभा पलट पर रखी गई।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की पिछली सरकार के विश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में चर्चा के दौरान 22 जुलाई 2008 को भाजपा के अशोक अर्गल, फग्गन सिंह कुलस्ते और महावीर भगोरा दो थैले लेकर सदन के बीचोबीच आकर करेंसी नोटों के बंडल लहराने लगे और आरोप लगाया कि ये रुपए विश्वास प्रस्ताव के पक्ष में वोट डालने के एवज में दिए गए हैं। बाद में इस मामले की जांच के लिए तत्कालीन लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी ने जांच समितिगठित कर दी थी।