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पहले ये सीटें सपा और भाजपा के खाते में थीं

यूपी से राज्य सभा की रिक्त दो सीटों के उपचुनाव के लिए बुधवार से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई लेकिन पहले दिन किसी भी प्रत्याशी ने अपना नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया है। ये दोनों सीटें बनवारी लाल कंछल...

पहले ये सीटें सपा और भाजपा के खाते में थीं
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 03 Jun 2009 09:50 PM
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यूपी से राज्य सभा की रिक्त दो सीटों के उपचुनाव के लिए बुधवार से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई लेकिन पहले दिन किसी भी प्रत्याशी ने अपना नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया है। ये दोनों सीटें बनवारी लाल कंछल और डा. मुरली मनोहर जोशी के इस्तीफे से रिक्त हुई हैं। पहले ये सीटें समाजवादी पार्टी और भाजपा के पास थीं।

चूँकि विधानसभा में सत्तारुढ़ दल बसपा का पूर्ण बहुमत है इसलिए अब ये दोनों सीटें बसपा की ही झोली में ही जाएँगी। विपक्षी दलों की ओर से किसी भी प्रत्याशी के उतरने की कोई उम्मीद नहीं है। कंछल पहले समाजवादी पार्टी में थे। लोकसभा चुनाव के पूर्व वह बसपा में शामिल हुए तो उन्होंने राज्य सभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। जबकि इस सीट पर उनका कार्यकाल दो अप्रैल 2012 तक था। इसी तरह डा. जोशी ने वाराणसी से लोकसभा सदस्य चुने जाने के कारण राज्य सभा की सीट से इस्तीफा दिया।

उनका इस सीट पर कार्यकाल चार जुलाई 2010 तक था। अब इन दोनों सीटों पर उप चुनाव अलग-अलग अधिसूचना के जरिए घोषित किया गया है। दोनों सीटों पर नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 10 जून है। एक मनोनीत सदस्य को छोड़कर 403 सदस्यीय विधानसभा में इस समय 12 सीटें रिक्त हैं। इस तरह निर्वाचित सदस्यों की संख्या इस समय 391 है। इनमें से सत्तारुढ़ बसपा के 216 सदस्य हैं। शेष अन्य दलों के हैं।

यदि दोनों सीटों पर सत्तारुढ़ दल के ही प्रत्याशी मैदान में उतरते हैं, तो उनका निर्विरोध चुना जाना निश्चित है। अधिक प्रत्याशियों के मैदान में उतरने से यदि चुनाव मतदान की नौबत आई तो प्रत्येक विधायक को दोनों सीटों के लिए अलग-अलग एक-एक मत डालना होगा। एक सीट पर जीत के लिए न्यूनतम 196 मतों की आवश्यकता होगी। तब भी दोनों बसपा प्रत्याशी ही जीतेंगे।

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