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दागी केंद्राधीक्षक नहीं बनेंगे परीक्षक

दागी केंद्राधीक्षकों को इस बार इंटर परीक्षा से पूरी तरह अलग रखा जाएगा। 14 फरवरी से होनेवाली इंटरमीडिएट की वार्षिक परीक्षा की तैयारियों को पूरा करने में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति लगी हुई है। इस बार...

 दागी केंद्राधीक्षक नहीं बनेंगे परीक्षक
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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दागी केंद्राधीक्षकों को इस बार इंटर परीक्षा से पूरी तरह अलग रखा जाएगा। 14 फरवरी से होनेवाली इंटरमीडिएट की वार्षिक परीक्षा की तैयारियों को पूरा करने में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति लगी हुई है। इस बार परीक्षा के लिए 3ेंद्र बनाए गए हैं, जिसमें 5.़10 लाख छात्र परीक्षा देंगे। इस बार बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने सभी डीएम को परीक्षा केंद्रों व केंद्राधीक्षकों के निर्धारण का जिम्मा सौंपा था। सभी स्थानों से केंद्राधीक्षकों की सूची परीक्षा समिति को मिल गयी है। समिति यह जांच कर रही है कि कहीं किसी दागी केंद्राधीक्षक को तो इस बार कार्य में नहीं लगाया गया है। परीक्षा समिति द्वारा पहले ही जिलाधिकारियों को निर्देश जारी कर दिया गया था कि पिछली परीक्षाआें में बेहतर परीक्षा ले सकने में अक्षम रहनेवाले केंद्राधीक्षकों को परीक्षक के पद पर नियुक्त नहीं किया जाए।ड्ढr ड्ढr परीक्षकों का चयन कार्य पूरा कर लिया गया है और अब समिति द्वारा उनके नाम को अनुशंसित किया जाना है। सूत्रों की मानें तो जांच के बाद इस पर अंतिम सहमति बन जाएगी। इस संबंध में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के सचिव अनुप कुमार सिन्हा का कहना है हमलोगों ने पहले ही डीएम से इस संबंध में बात की थी और उन्हें निर्देश दिया गया था कि केंद्राधीक्षकों की नियुक्ित के समय उनके पुराने कायरे को ध्यान में रखा जाए। साथ ही अब परीक्षा समिति परीक्षा केंद्रांे के निर्धारण के संबंध में तय कर रहा है कि अधिकतम स्कूलों में ही परीक्षा ली जाए। समिति का मानना है कि कालेज में परीक्षा के कारण पढ़ाई बाधित होती है। साथ ही परीक्षा के लिए कालेज प्रशासन द्वारा भी समुचित सहयोग नहीं किया जाता है। इस कारण अगली बार से परीक्षा केंद्रों के निर्धारण में कुछ बदलाव देखने को मिल सकता है। इस बार जिन कालेजों या विश्वविद्यालय में इंटर के परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, उनके प्राचार्य व कुलपति से उचित सहयोग के लिए समिति द्वारा अनुरोध किया जाएगा। इसके अलावा कदाचार पर रोक लगाने के लिए समिति ने निर्णय लिया है कि कदाचार में पकड़े जाने पर छात्रों को परीक्षा से तत्काल निलंबित कर दिया जाएगा। सचिव ने कहा कि परीक्षा अधिनियम के तहत ऐसे छात्रों को जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है।ं

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