फोटो गैलरी

Hindi News आतंक से निपटने को सेनाओं में सहयोग जरूरी : एंटनी

आतंक से निपटने को सेनाओं में सहयोग जरूरी : एंटनी

आतंकवाद का सामना करने के लिए केवल सरकारों में आपसी सहयोग काफी नहीं। इसके लिए यह भी जरूरी है कि विभिन्न देशों की रक्षा सेनाओं में भी सहयोग हो। रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी के अनुसार आतंकवाद के खिलाफ साझी...

 आतंक से निपटने को सेनाओं में सहयोग जरूरी : एंटनी
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
ऐप पर पढ़ें

आतंकवाद का सामना करने के लिए केवल सरकारों में आपसी सहयोग काफी नहीं। इसके लिए यह भी जरूरी है कि विभिन्न देशों की रक्षा सेनाओं में भी सहयोग हो। रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी के अनुसार आतंकवाद के खिलाफ साझी सुरक्षा की जरूरत है। वे यहां एशियन सीक्योरिटी सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि दुनिया में कोई 343 गैर-सरकारी सशस्त्र समूह हैं। इनमें से 187 तो अकेले एशिया में सक्रिय हैं। इन संगठनों के लिए भौगोलिक सीमा का कोई मतलब नहीं, वे अत्याधुनिक संचार टेकनोलॉजी और परविहन नेटवर्क का इस्तेमाल कर दुनिया में कहीं भी कहर बरपा कर सकते हैं। इन सभी गैर-सरकारी शस्त्र समूहों का साझा लक्ष्य है, सरकारी ढांचे को नष्ट-भ्रष्ट कर दो। जातीय और सांस्कृतिक आधार पर नई नई जगह गड़बड़ियां पैदा करो। ये धर्म, कबीलाई या जातीय आधार पर किसी राष्ट्रीय पहचान या इलाके के लिए नहीं लड़ रहे। सम्मेलन में पाकिस्तान और चीन के भी सुरक्षा विशेषज्ञ भी भाग ले रहे हैं। सम्मेलन तीन दिन चलेगा। इसमें इराक और अफ गानिस्तान के हालात पर विशेष चर्चा होने की संभावना है। अफगानिस्तान में अफीम का कारोबार बढ़ा है और साथ ही आंतकवाद। इराक में आये दिन आत्मघाती दस्ते इराकियों की ही हत्या कर रहे हैं।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें