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Hindi News हथियार पर धार चढ़ा रहे हैं विपक्षी धुरंधर

हथियार पर धार चढ़ा रहे हैं विपक्षी धुरंधर

बजट सत्र में कोड़ा सरकार की घेराबंदी के लिए विपक्षी खेमा तगड़ी तैयारी में है। सरयू राय, राधाकृष्ण किशोर, विनोद सिंह, डॉ दिनेश षाडंगी, अशोक कुमार, प्रदीप यादव, रवींद्र राय, सीपी सिंह सरीखे विधायकों से...

 हथियार पर धार चढ़ा रहे हैं विपक्षी धुरंधर
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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बजट सत्र में कोड़ा सरकार की घेराबंदी के लिए विपक्षी खेमा तगड़ी तैयारी में है। सरयू राय, राधाकृष्ण किशोर, विनोद सिंह, डॉ दिनेश षाडंगी, अशोक कुमार, प्रदीप यादव, रवींद्र राय, सीपी सिंह सरीखे विधायकों से बात करने पर पता चलता है कि सभी सरकार की नाकामियां उजागर करने की तैयारी में हैं। वित्तीय प्रबंधन तथा बजट की खामियों और आला अफसरों को लेकर उत्पन्न हालात पर भी विपक्ष की नजर है। बिजली, पानी, सिंचाई, स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, सड़क, नरेगा, भ्रष्टाचार पर सरकार की किरकिरी करने की तैयारी में जुटे विपक्षी धुरधंरों के निशाने पर मुख्यमंत्री मधु कोड़ा समेत मंत्री हरिनायायण राय, एनोस एक्का, चंद्रप्रकाश चौधरी, कमलेश सिंह, नलिन सोरेन, बंधु तिर्की, भानू प्रताप शाही हैं। अब तक विधानसभा की विभिन्न कमेटियों ने जांचोंपरांत करीब 40 अनुशंसाएं की हैं। उसपर क्या कार्रवाई हुई है, इस बारे में सवाल खड़ा किये जा सकते हैं। रघुवर दास, सीपी सिंह, प्रदीप यादव, रवींद्र राय के पिटारे में भी सवाल भरे हैं। नेता प्रतिपक्ष अजरुन मुंडा, इंदर सिंह नामधारी, पीएन सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री कड़िया मुंडा सरीखे नेताओं के अनुभव का भी विपक्ष को पूरा साथ मिलेगा। 27 को विपक्षी खेमा सरकार को घेरने की रणनीति बनायेगा।सहयोगी दल भी बोले, जनताड्ढr के सवालों से समझौता नहींरांची। सत्ता के सहयोगी दलों ने भी दो-टूक कहा है कि सदन में जनता के सवालों के साथ कोई समझौता नहीं। कांग्रेस विधायक सुखदेव भगत का कहना है कि जनता के सवालों पर मंत्रियों का स्टीरियो टाइप जवाब सुनने के लिए हम तैयार नहीं हैं। जनहित -राज्य हित को लेकर 50 सवाल उन्होंने डाले हैं। कांग्रेस विधायक दल के नेता मनोज यादव, नियेल तिर्की के मुताबिक सदन में जनता के सवाल पर कोई मुरव्वत नहीं होगी। राजद विधायक गिरिनाथ सिंह का कहना है कि नियोजन के मुद्दे पर सरकार ने मीडिया में जितना बखान किया है, उसके परिणाम के बारे में पूछेंगे। बिजली के लिए सरकार ने क्या ठोस कदम उठाये हैं, यहभी बताना होगा। अन्नपूर्णा देवी कहती हैं: सरकार को समर्थन दिये हैं तो इसका मतलब सदन में चुप नहीं बैठेंगे। विधायक प्रकाश राम भी इसी विचार से इत्तेफाक रखते हैं। बिजली की लचर हालत पर हमारी विशेष नजर है। झामुमो विधायक दल के नेता चंपई सोरन, रवींद्र नाथ महतो ने भी कहा है कि जनता के सवालों पर सदन में कोई समझौता नहीं।

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