फोटो गैलरी

Hindi News पुलिस छानबीन में जुटी,परिजनों ने आरोप नकारा

पुलिस छानबीन में जुटी,परिजनों ने आरोप नकारा

छायाकार बंधु रमन व अमन के आत्महत्या के कारणों तक पुलिस चौबीस घंटे के बाद भी नहीं पहुंच सकी है। मामले की तह तक जाने के लिए रविवार की शाम सिटी एस.पी अनवर हुसैन घटनास्थल से मिले सुसाइड नोट की जांच करने...

 पुलिस छानबीन में जुटी,परिजनों ने आरोप नकारा
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
ऐप पर पढ़ें

छायाकार बंधु रमन व अमन के आत्महत्या के कारणों तक पुलिस चौबीस घंटे के बाद भी नहीं पहुंच सकी है। मामले की तह तक जाने के लिए रविवार की शाम सिटी एस.पी अनवर हुसैन घटनास्थल से मिले सुसाइड नोट की जांच करने कंकड़बाग थाना पहुंचे। उन्होंने कहा कि दोनों भाइयों ने खुदकुशी की है। रमन-अमन की हत्या होने की बातों को नकारते हुए कहा कि वे मानसिक तथा मनोवैज्ञानिक रूप से पिछले कई माह से त्रस्त थे। फोटोग्राफर बंधुआें ने अपने पिता, मां पर तो अंगुली उठायी है साथ ही रमन के शवसुर, सास व पत्नी पर भी कई गंभीर आरोप हैं।ड्ढr ड्ढr हालांकि हुसैन ने जब रमन की मां वीणा रानी सुमन, सास सुशीला देवी तथा पत्नी पूजा से बारी-बारी पूछताछ की तो परिजनों ने नोट में लिखे सभी आरोपों को एक सिरे से नकार दिया। सिटी एस.पी को दिए गए बयान में परिजनों ने कहा है कि दोनों भाई पिछले कई दिनों से पैसे की मांग कर रहे थे। पूजा को भी प्रताड़ित करने की बात कही। हुसैन ने कहा कि मामले का कोई चश्मदीद नहीं है इसलिए पुलिस घटनास्थल पर मिले साक्ष्यों पर ही जांच में जुटी है। वैसे यह मामला फिलहाल खुला हुआ है। वहीं दूसरी तरफ रमन तथा अमन ने 2रवरी को ही सुसाइड नोट लिखा था। दोनों की लाशों का रविवार की शाम पटना में अंतिम संस्कार किया गया जिसमें रमन के पिता रामनरेश ठाकुर तथा श्वसुर अभय तिवारी सहित अन्य लोग शामिल हुए। दो जिस्म और एक जान की तरह थे फोटोग्राफर बंधुड्ढr पटना (का.सं.)। तोता-मैना की फिल्मी कहानी जैसी फोटोग्राफर बंधुओं की जिंदगानी थी। दो जिस्म और एक जान की तरह दोनों साथ रहते थे। वक्त ने पासा पलटा और बुरे दौर भी आये लेकिन दोनों ने एक-दूसरे का साथ नहीं छोड़ा। आखिरकार जब ‘जिंदगी और मौत’ में से एक को चुनना पड़ा तो दोनों ने साथ ही मौत का रास्ता चुन लिया। मौत की डगर पर जाने से पहले दोनों ने सुसाइड नोट लिखा जिसमें दो तिथियों 2रवरी और 5 मार्च पर हस्ताक्षर हैं। पुलिस की मानें तो हो सकता है 2रवरी को भी दोनों ने आत्महत्या करने की ठानी हो हालांकि मौत के मुहाने से दोनों लौट गये। तब सोचा होगा कि शायद आने वाले समय में जिंदगी बदल जाये। एक कोशिश और सही। हालांकि 5 मार्च को दोनों ने आखिरी आत्मघाती फैसला लेते हुए जीवन लीला समाप्त कर ली।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें