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कांग्रेस पूंजीवादी पार्टी : करात

माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव प्रकाश करात ने कांग्रेस को पूँजीवादी पार्टी करार देते हुए कहा कि अगले लोक सभा चुनाव में कांग्रेस और साम्प्रदायिक भारतीय जनता पार्टी को केन्द्र की सत्ता से...

 कांग्रेस पूंजीवादी पार्टी : करात
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव प्रकाश करात ने कांग्रेस को पूँजीवादी पार्टी करार देते हुए कहा कि अगले लोक सभा चुनाव में कांग्रेस और साम्प्रदायिक भारतीय जनता पार्टी को केन्द्र की सत्ता से बाहर रखने के लिए पार्टी तीसरे विकल्प को तैयार करेगी। करात ने कहा त्रिपुरा सहित देश के तीन राज्यों में पार्टी ने भाजपा और कांग्रेस को सत्ता से दूर रखा पर उत्तर प्रदेश में माकपा के लिए यह अकेले सम्भव नहीं है। उन्होंने सभी धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक ताकतों से मजबूत तीसरे विकल्प को तैयार करने में सहयोग देने की अपील की। पार्टी महासचिव प्रकाश करात गुरुवार को यहाँ माकपा की जन संघर्ष रैली को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यदि माकपा केन्द्र में कांग्रेस को समर्थन नहीं दे रही होती तो बड़े पैमाने पर निजीकरण हो गया होता। वैश्वीकरण के नाम पर बड़े लोगों को फायदा पहुँचाने वाली पूँजीवादी नीतियों की हिमायती कांग्रेस नेतृत्व वाली संप्रग सरकार पिछले चार साल में सार्वजनिक क्षेत्र का एक प्रतिशत भी निजीकरण नहीं कर सकी। माकपा महासचिव ने कहा कि वामपंथ के विरोध ने खुदरा बीमा और बैंकिंग क्षेत्र में विदेशी निवेश को रोका। उन्होंने कहा कि सत्ता में साम्प्रदायिक ताकतों को आने से रोकने के लिए कांग्रेस को मुद्दा आधारित समर्थन दिया गया लेकिन दोनों में कई बिन्दुआें पर असहमति भी है। मूल्य वृद्धि के लिए कांग्रेस को दोषी ठहराते हुए उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर पार्टी 18 मार्च को संसद के पास धरना देगी। उत्तर प्रदेश में भी सभी जिला मुख्यालयों पर माकपा मंहगाई के खिलाफ प्रदर्शन करेगी। करात ने कहा कि खराब सार्वजनिक वितरण प्रणाली मूल्य वृद्धि का प्रमुख कारण है और अब इस वितरण प्रणाली को मजबूत करना समय की माँग है। केरल का उदाहरण देकर उन्होंने कहा कि मजबूत सार्वजनिक वितरण प्रणाली के कारण वहाँ मूल्य नियंत्रित हैं। उन्होंने कहा कि सभी लोगों को इस प्रणाली से आच्छादित किया जाना चाहिए और सरकार को गरीबी रेखा के नीचे और गरीबी रेखा के ऊपर के राशन कार्ड जारी करने चाहिए। सभी वस्तुएँ इसी प्रणाली के माध्यम से बेची जानी चाहिए पर देश के अधिकांश हिस्सों में यह प्रणाली सिर्फ कागजों में है। माकपा नेता ने कहा कि जमीन, भोजन और बेरोजगारी देश की तीन मुख्य समस्याएँ हैं तथा इन्हें प्राथमिकता पर लिया जाना चाहिए। इस मौके पर माकपा पोलिट ब्यूरो की सदस्य सुभाषनी अली, पार्टी के राज्य सचिव एस.पी. कश्यप व अन्य नेताओं ने भी रैली में जुटे हजारों माकपा कार्यकर्ताओं को सम्बोधित किया। राज्य सचिव श्री कश्यप ने बताया कि भय, भूख, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और प्रदेश में विकास योजनाओन में धांधली से निपटने मेन असफल राज्य सरकार के खिलाफ माकपा प्रदर्शन करेगी। जून में पार्टी कार्यकर्ता प्रदेश की जेलें भी भरंेगे।

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