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गैंगवार में बुलेट यादव की हत्या

अपराध जगत में बुलेट के नाम से कुख्यात संतोष यादव उर्फ बुलेट यादव की हत्या गैंगवार में शनिवार की देर रात कर दी गयी। इस गैंगवार में निर्भय सिंह नामक एक युवक गंभीर रूप से जख्मी हो गया, जिसे इलाज के लिए...

 गैंगवार में बुलेट यादव की हत्या
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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अपराध जगत में बुलेट के नाम से कुख्यात संतोष यादव उर्फ बुलेट यादव की हत्या गैंगवार में शनिवार की देर रात कर दी गयी। इस गैंगवार में निर्भय सिंह नामक एक युवक गंभीर रूप से जख्मी हो गया, जिसे इलाज के लिए बोकारो जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां वह जिंदगी एवं मौत से जूझ रहा है। पुलिस ने घटनास्थल से एक मोटरसाइकिल एवं आठ खोखा बरामद किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार को देर रात करीब 12 बजे चास मुफस्सिल थाना क्षेत्र के तेलमच्चो ब्रीज के समीप स्थित विक्रम ढावा के पास कुछ युवकों ने संतोष यादव उर्फ बुलेट यादव पर अंधाधुंध फायरिंग की। इस फायरिंग में बुलेट के एक सहयोगी निर्भय सिंह को गोली लगी। अंधाधुंध फायरिंग में बुलेट यादव के कमर के ऊपर के शरीर का पूरा हिस्सा छलनी हो गया है। उसे पूरे 12 गोलियां लगी एवं वह वहीं ढेर हो गया। गोली की आवाज सुनते ही होटल के सभी कर्मचारी वहां से भाग खड़ा हुए। घटना की जानकारी मिलते ही चास मुफस्सिल थाना प्रभारी संजय कुमार दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे, परंतु पुलिस को वहां बुलेट यादव का शव, एक हीरोहोंडा स्पलेंडर मोटरसाइकिल संख्या जेएच 0डी 05 एवं आठ खोखा मिला। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर छानबीन प्रारंभ कर दी है। घटनास्थल पर बरामद खोखे एवं बुलेट के शरीर से बरामद गोली से यह साबित हो गया है कि बुलेट की हत्या एमएम पिस्टल से अंधाधुंध फायरिंग की गयी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संतोष यादव उर्फ बुलेट यादव अवैध कोयले के कारोबारियों के लिए कोयला लोड करवाने गया था। इसी बीच वह खाना खाने विक्रम ढावा में पहुंचा। वह जैसे ही होटल के समीप मोटरसाइकिल खड़ी कर कुर्सी पर बैठा था कि कुछ युवक वहां आकर रूके। जिसे देखते ही बुलेट कुर्सी से खड़ा होकर भागने का प्रयास किया, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली तथा अंधाधूंध फायरिंग की चपेट में आया गया। अपराधियों द्वारा करीब दो दर्जन गोली चलायी गयी, जिसमें 12 गोली बुलेट यादव को लगी एवं एक गोली निर्भय सिंह को लगी। पुलिस के लिए यह रहस्य बना हुआ है कि निर्भय सिंह को अस्पताल किसने पहुंचाया। पुलिस को शव के पास से कुछ भी बरामद नहीं हुआ है। जबकि बुलेट यादव अपने साथ हमेशा एक पिस्तौल एवं मोबाइल रखता था।ड्ढr आखिर उसकी पिस्तौल एवं मोबाइल कौन ले गया, यह भी जांच का विषय है। पुलिस मामले एवं हत्या के कारणों की छानबीन कर रही है। पुलिस ने हत्या के कारणों की जानकारी मिलने एवं हत्यारों की पहचान होने की बात जरूर कह रही है। लेकिन पुलिस द्वारा इस संबंध में अभी तक हत्यारों का नाम नहीं बताया गया है।

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