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दिग्गज कवियों के संग लोगों ने ठहाके लगाए

देश के दिग्गज हास्य कवियों के संग गुरुवार को पटना के लोगों ने खूब लगाए ठहाके। अहले सुबह तक हास्य-व्यंग्य की कविताओं में लोग सराबोर होते रहे। होली के मौके पर हंसते-हंसाते कवि कई ऐसी गूढ़ बातें भी कह...

 दिग्गज कवियों के संग लोगों ने ठहाके लगाए
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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देश के दिग्गज हास्य कवियों के संग गुरुवार को पटना के लोगों ने खूब लगाए ठहाके। अहले सुबह तक हास्य-व्यंग्य की कविताओं में लोग सराबोर होते रहे। होली के मौके पर हंसते-हंसाते कवि कई ऐसी गूढ़ बातें भी कह गए जो संवेदनाओं को देर तक झकझोरती रही। मौका था श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में बिहार प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन द्वारा आयोजित अखिल भारतीय हास्य कवि सम्मेलन का। रेल मंत्री लालू प्रसाद ने दीप जलाकार सम्मेलन का उद्घाटन किया।ड्ढr ड्ढr साथ ही उन्होंने लोगों व कवियों को होली की शुभकामना भी दी। बाद में वे काफी देर तक बैठकर हास्य-व्यंग्य की कविताओं का रसास्वादन करते रहे। उनके मंच से उतरते ही डा.कुमार विश्वास ने मंच की कमान संभाली। हालांकि शुरुआत में काफी देर तक माइक की गड़बड़ी के चलते लोग कवि सम्मेलन का भरपूर मजा लेने से वंचित रहे। डा. विश्वास ने मंच संचालन बखूबी करते हुए हास्य व व्यंग्य से भरपूर बातें करते रहे जिससे लोगों के हंसी के गोलगप्पे छूटते रहे। खासकर जब उन्होंने सरबजीत मामले को लेकर सरकार की खिंचाई की तो जोरदार ताली बजी। उनका यह कहना कि अमेरिका के किसी एक को भी कोई पकड़ कर देख ले पूरे देश को अफगानिस्तान बना दिया जाएग, जमकर तालियां गूंजी। फिर उन्होंेने इलेक्ट्रानिक मीडिया की भी खूब चुटकी ली। मुंबई में उत्तर भारतीय पर हो रहे हमलों पर भी उन्होंेने व्यंग्य के वाण चलाए। बाद में उन्होंने पुलिस वालों की भी खिंचाई की और कहा कि पुलिस तो स्त्रीलिंग होती है तब क्यों मीडिया वाले एक आईजी के साड़ी पहनने पर बवाल करते हैं।ड्ढr ड्ढr उन्होंने कहा कि जब दिवाली में अली, रमजान में राम तो ऐसा होना चाहिए अपना हिन्दुस्तान। उन्होंने सबसे पहले डा.मंजू दीक्षित को मंच पर बुलाया। मंजू ने पहले लालू जी की तारीफ की और फिर नेताओं पर व्यंग्य के वाण चलाए। मंजू जी के बाद मुंबई के दिनेश बावरा आए और आते ही अपने अनोखे अंदाज में छा गए। पहले उन्होंने लोगों के नाखून रगड़ने पर तीर चलाए तो फिर चैनल वालों की खबर ली। चैनलों पर किस तरह गंभीर घटनाओं के वक्त भी अटपटे सवाल पूछे जाते हैं। फिर जयपुर के संपत सरल ,अजमेर के रासबिहारी गौड़ व पं.विशेश्वर शर्मा ने अपनी रचनाओं से लोगों के हंसी के पटाखे छुड़वाए। आकर्षण का केन्द्र बने लाफ्टर चैलेंज के राजकुमार जावरकर व उनका चमत्कारी बंदर रैंचों। उनके अजीब-गरीब हरकतें देख लोगों की हंसी रुक ही नहीं रही थी। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश नारायण यादव,प्रेम गुप्ता,अखिलेश सिंह ,विधायक श्याम रजक, संयोजक कमल नोपानी, अध्यक्ष निर्मल झुनझुनवाला व महामंत्री महेश जालान व पुष्कर लाल अग्रवाल आदि भी उपस्थित थे।ड्ढr ड्ढr होली मिलन समारोह में मर्यादाएं हुईं तार-तारड्ढr पटना (का.सं.)। सीडी और कैसटों के जरिए फूहड़ता परोसने का काम तो पहले से ही चल रहा था लेकिन अब ये काम होली मिलन समारोह के बहाने भी शुरू हो गया है। राजधानी में गुरुवार को आयोजित एक ऐसे ही कार्यक्रम में होली मिलन की मर्यादा तार- तार होती रही। पूरे कार्यक्रम में फूहड़ गीत बजते रहे और उन पर अपने जिस्म की नुमाइश करती लड़कियां थिरकती रहीं। पीरमुहानी इलाके की एक बहुमंजिली इमारत में गुरुवार को कई लोगों की मौजूदगी में ये ‘होली मिलन’ घंटों चला। ये कार्यक्रम इतने गुप्त तरीके से आयोजित किया गया कि आसपास के दुकानदारों व अन्य लोगों को भी इसकी भनक नहीं लगी।ड्ढr भोजपुरी गीतों के एल्बम (सीडी) ‘होली में लूटऽ.’ को रिलीज करने के मौके पर होली मिलन सह लोकार्पण समारोह का आयोजन किया गया था। इसमें पुरूष व महिला कलाकारों और एल्बम से जुड़े निर्देशक प्रफुल्ल व अन्य लोग मौजूद थे। शाम करीब साढ़े पांच बजे कार्यक्रम शुरू हुआ। पहले तंग कपड़ों में महिला कलाकारों ने भोजपुरी गानों की धुन पर ठुमके लगाने शुरू कर दिये। फिर एक-एक कर गायक समेत अन्य कलाकार भी डांस में शामिल हो गये। और, देखते ही देखते मर्यादाएं टृूटने लगीं।

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