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मम्मी ! अच्छे माक्र्स लाना, टीचर बन जाआेगी

सरकार द्वारा शिक्षक नियोजन शुरू किए जाने के बाद महिलाआें में टीचर बनने की होड़ सी लग गई है। ऐसे में इन दिनों चल रही मैट्रिक परीक्षा के दौरान कई केन्द्रों पर यह बात सुनी जा रही है कि - ‘मम्मी अच्छे...

 मम्मी ! अच्छे माक्र्स लाना, टीचर बन जाआेगी
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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सरकार द्वारा शिक्षक नियोजन शुरू किए जाने के बाद महिलाआें में टीचर बनने की होड़ सी लग गई है। ऐसे में इन दिनों चल रही मैट्रिक परीक्षा के दौरान कई केन्द्रों पर यह बात सुनी जा रही है कि - ‘मम्मी अच्छे माक्र्स लाना, टीचर बन जाआेगी’। यह कहना है उन बेटे बेटियों का जिनकी मम्मी और आंटी परीक्षा में शामिल हो रही हैं। इस वर्ष जिले में करीब 24 हजार परीक्षार्थी हथुआ व गोपालगंज के परीक्षाकेन्द्रों पर शामिल हो रहे हैं।ड्ढr ड्ढr इनमें छात्राआें की संख्या करीब हजार है। इस हजार में केन्द्रों का मुआयना करने पर ऐसा लगा कि विवाहिताआें की संख्या भी अधिक है। हर केन्द्र पर दर्जनों की संख्या में शादीशुदा महिलाएं परीक्षा में हिस्सा ले रहीं हैं। शहर के एक परीक्षा केन्द्र पर शामिल हो रही महिला सुशीला का कहना था कि टीचर बनने का चांस अच्छा है इसलिए फिर से परीक्षा देकर अच्छे अंक लाना चाह रही हूं सो फिर परीक्षा में शामिल हो गई। मैं जब पहली बार परीक्षा दी थी तो उस समय तो नकल होती नहीं थी लेकिन अब बेटे-बेटी और अन्य सगे संबंधी नकल करा देते हैं जिससे अच्छे अंक आ जाते हैं। भीतर में वीक्षकों का भी कुछ सहयोग मिल ही जाता है।ड्ढr ड्ढr इसी तरह लखपतिया, विमला, सोनुला आदि भी महिलाएं हैं जो कई केन्द्रों पर परीक्षा में शामिल हैं। अर्थात सरकार द्वारा टीचर और आंगनबाड़ी सेविका बनने का जो मौका महिलाआें को दिया जा रहा है इसको लेकर भी केन्द्रों पर नकल कराने के लिए आपाधापी मची रह रही है।

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