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पेयजल में कीड़ा आता है

पुरंदरपुर के रहने वाले भरत चौधरी ने बताया कि नगर निगम के पानी में कीड़े आते हैं। 50 वर्ष पहले तीन इंच ब्यास की जलापूर्ति पाइप बिछायी गयी थी। कुछ इलाकों में छह इंच ब्यास की नाई पाइप भी लगी है। इन...

 पेयजल में कीड़ा आता है
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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पुरंदरपुर के रहने वाले भरत चौधरी ने बताया कि नगर निगम के पानी में कीड़े आते हैं। 50 वर्ष पहले तीन इंच ब्यास की जलापूर्ति पाइप बिछायी गयी थी। कुछ इलाकों में छह इंच ब्यास की नाई पाइप भी लगी है। इन दोनों को एक साथ जोड़ देने से काफी परेशानी बढ़ गई है।ड्ढr ड्ढr पुरंदरपुर देवी गली के अवधेश प्रसाद के मुताबिक देवी गली के पक्कीकरण व नाली निर्माण के लिए निगम द्वारा पुरानी दर पर टेंडर निकाला गया। इस कारण किसी ने टेंडर नहीं दिया। विधायक नितिन नवीन ने देवी मंदिर में खड़ा होकर गली को ठीक कराने की शपथ डेढ़ वर्ष पहले ली पर अब तक काम नहीं हुआ।ड्ढr गिरजा पथ के रहने वाले के. के. वर्मा के अनुसार जलनिकासी और जलापूर्ति की स्थिति गंभीर है। तमाम गलियां कच्ची हैं। गिरजा पथ-थाना रोड मुहल्ले की प्रमुख सड़क है लेकिन यह कच्ची है। डीवीसी व छपरा कॉलोनी का पानी इसी रोड से होकर बाहर निकलता है। नाला नहीं रहने के कारण सड़क पर बरसात में दो फीट तक पानी जमा हो जाता है।ड्ढr न्यू एरिया जक्कनपुर की रहने वाली देवंती देवी ने बताया कि बरसात में जलजमाव के कारण महिलाआें को सड़क पर चलना मुश्किल हो जाता है। पिछले छह वर्ष से राशन नहीं मिल रहा है। पानी लिए दूर जाना पड़ता है। बगल वाले सिर्फ कए बालटी पानी देते हैं जिसका उपयोग पीने के लिए किया जाता है।ड्ढr ड्ढr रविदास टोली की फूलमति देवी का कहना है कि आंगनबाड़ी केंद्र से महीने में एक बार एक किलो अनाज दिया जाता है। गर्भवती महिलाआें व कुपोषण के शिकार बच्चों को दवा नहीं दी जाती है। लेमनचूस भी नहीं बांटा जाता है। अधिकारी से शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

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