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प्राइवेट प्रैक्िटस की आशंका में एक दर्जन डॉक्टरों के यहाँँँ पड़ताल

प्राइवेट प्रैक्िटस करने वाले डॉक्टरों के खिलाफ जाँँँंच-पड़ताल के अभियान के तहत मजिस्ट्रेटों और पुलिस क्षेत्राधिकारियों की संयुक्त टीम ने एक दर्जन से अधिक डॉक्टरों की क्लीनिक, उनके आवास की...

 प्राइवेट प्रैक्िटस की आशंका में एक दर्जन डॉक्टरों के यहाँँँ पड़ताल
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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प्राइवेट प्रैक्िटस करने वाले डॉक्टरों के खिलाफ जाँँँंच-पड़ताल के अभियान के तहत मजिस्ट्रेटों और पुलिस क्षेत्राधिकारियों की संयुक्त टीम ने एक दर्जन से अधिक डॉक्टरों की क्लीनिक, उनके आवास की जाँंच-पड़ताल की लेकिन कोई ठोस तथ्य हाथ नहीं लगे। जिन डॉक्टरों के यहाँ छानबीन हुई उनमें छत्रपति शाहू जी महाराज चिकित्सा विश्वविद्यालय के चार डॉक्टर भी शामिल हैं।ड्ढr हाईकोर्ट के निर्देश पर प्राइवेट प्रैक्िटस करने वाले सरकारी डॉक्टरों के खिलाफ साक्ष्य जुटाने का जिम्मा कमिश्नर की अगुवाई वाले दल को सौंपा गया है। कमिश्नर ने मजिस्ट्रेट और क्षेत्राधिकारी की अगुवाई में आधा दर्जन दल गठित किये हैं। इन दलों ने बुधवार को तकरीबन एक दर्जन डॉक्टरों के आवास, क्लीनिक का सत्यापन किया। इनमें केाीएमयू के चर्म रोग, न्यूरोलॉजी, मेडिसिन और यूरोलाजी विभाग के डॉक्टर भी शामिल हैं। मलिहाबाद, काकोरी, बंथरा और बक्शी का तालाब के सरकारी चिकित्सालयों में तैनात डॉक्टरों के बार में भी पड़ताल की गई। सूत्रों का कहना है कि रीवर बैंक कालोनी, लालबाग और गोमतीनगर के निजी चिकित्सालयों के कर्मचारियों से भी गोपनीय तरीके से पूछताछ की गई। बताया गया है कि एक वरिष्ठ डॉक्टर के घर पैथालाजी चलती पाई गई लेकिन वह सरकारी डॉक्टर के नाम नहीं थी।ड्ढr जाँँच से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि वे कमिश्नर के आदेशों के अनुपालन में सत्यापन कर रहे हैं। किसी डॉक्टर की प्रतिष्ठा को आहत नहीं किया जा रहा है।ड्ढr

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