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सेना पर नियंत्रण का तरीका ढूंढे पाक : राइस

अमेरिका ने पाकिस्तान के राजनीतिक परिदृश्य से सेना को एकदम बाहर किए जाने की वकालत करते हुए देश के राजनीतिक नेतृत्व को सलाह दी है कि वह सेना को लोकतांत्रिक सत्ता के मजबूत नियंत्रण में लाने के उपाय...

 सेना पर नियंत्रण का तरीका ढूंढे पाक : राइस
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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अमेरिका ने पाकिस्तान के राजनीतिक परिदृश्य से सेना को एकदम बाहर किए जाने की वकालत करते हुए देश के राजनीतिक नेतृत्व को सलाह दी है कि वह सेना को लोकतांत्रिक सत्ता के मजबूत नियंत्रण में लाने के उपाय करें। अमेरिकी विदेश मंत्री कोंडोलीजा राइस अल्बामा में आयोजित एक समारोह में कहा कि पाकिस्तान को ऐसे तरीके खोजने होंगे, जिससे सेना पर लोकतांत्रिक ताकतों का बेहद मजबूत अंकुश कायम हो सके। कूटनीतिक बिरादरी में राइस के इस बयान को पाकिस्तान के प्रति अमेरिका की नीति में महत्वपूर्ण बदलाव के रूप में देखा जा रहा है। हाल तक अमेरिकी प्रशासन सैनिक तानाशाह राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के समर्थन में मजबूती के साथ खड़ा था और आम चुनाव में विजयी राजनीतिक दलों को सैन्य शासन के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई से बचने के प्रति चेतावनी देता रहा है। अमेरिका पाकिस्तानी सेना को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण सहयोगी मानता रहा है। देश में नई सरकार के गठन के बाद बदले हालात में बुश प्रशासन के इस नए रूख को पाकिस्तान के लोकतांत्रिक सरकार के साथ स्थाई रूप से सौहाद्र्र पूर्ण संबंध रखने की मंशा प्रकट करते हैं। राइस ने यह भी कहा कि अमेरिका पाकिस्तान के सभी संस्थानों और नई सरकार के साथ काम करने का इच्छुक है और पाकिस्तान के पड़ोसी देशों के साथ बेहतर संबंधों का हिमायती है। आतंकवाद के खिलाफ जारी जंग में पाकिस्तान के सहयोग के बारे में अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि बुश प्रशासन इस बारे में नई सरकार के साथ समन्वय स्थापित कर काम करने का इच्छुक है। पाकिस्तान की नई सरकार के लिए भी अमेरिका के साथ काम करने का अच्छा मौका होगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश मानते हैं कि लंबे समय तक लोकतंत्र कायम रहने के कारण आतंकवाद को पनपने का अवसर नहीं मिलता है। पाकिस्तान को लंबे समय से जारी आर्थिक मदद पर विदेश मंत्री ने कहा कि अमेरिका पाकिस्तान में लोगों को मूलभूत सुविधाएं भी मुहैया करा रहा है। वर्ष 2005 के बाद से अमेरिका ने हर साल 30 करोड़ डॉलर सालाना पाकिस्तान में विभिन्न कार्यक्रमों में खर्च किए हैं। दक्षिण एशिया में शांति और स्थायित्व के लिए पाकिस्तान में लोकतंत्र होना जरूरी है और अमेरिका पाकिस्तान में लोकतांत्रिक शक्ितयों का समर्थन करता रहेगा।

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