फटकार पड़ते ही सक्रिय हुए अफसर
माफिया और पेशेवर अपराधियों की शामत आने वाली है। मुख्यमंत्री की फटकार लगते ही अफसरों ने बड़े अपराधियों का घेरने का चक्रव्यूह रचना शुरू कर दिया है। मुख्तार अंसारी सरीखे जेल में बंद बाहुबलियों को सजा...
माफिया और पेशेवर अपराधियों की शामत आने वाली है। मुख्यमंत्री की फटकार लगते ही अफसरों ने बड़े अपराधियों का घेरने का चक्रव्यूह रचना शुरू कर दिया है। मुख्तार अंसारी सरीखे जेल में बंद बाहुबलियों को सजा दिलाने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट और विशेष पैरवी जसे फैसले अब बहुत जल्द कागजों से उतरकर जमीन पर दिखाई पड़ेंगे।ड्ढr मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक के बाद प्रमुख सचिव गृह फतेह बहादुर सिंह ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की बैठक की। इसमें उन्होंने कहा कि बड़े अपराधियों को सजा दिलाने के लिए अदालतों में विशेष पैरवी की जाए। 26 अप्रैल से माफिया, इनामी व अन्य अपराधियों के खिलाफ विशेष अभियान शुरू किया जाएगा। इसमें गैंगस्टर, एनएसए, सम्पत्ति की कुर्की और असलहों के लाइसेंसों का निलंबन जसी कार्रवाई की जाएगी। श्री सिंह ने सख्ती से कहा कि अपराधों का सही खुलासा किया जाए। अगर किसी अपराध के लिए गलत लोगों को फँसाया जाता है तो इससे पूरी सरकार की छवि खराब हो जाती है। लिहाजा पुलिस अफसरों को यह बात ठीक से समझनी होगी। उन्होंने कहा कि अपराधों की त्वरित सूचनाएँ मीडिया को दी जाए जिससें घटनाएँ सही रूप में लोगों के सामने आएँ। पुलिस विभाग में मृतक आश्रितों से सम्बन्धित मामलों का निपटारा 15 दिन में करने को कहा गया है। बैठक में गृह सचिव जावेद अख्तर, डीाीपी विक्रम सिंह और एडीाी कानून व्यवस्था बृजलाल भी मौजूद थे।