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मास्टर प्लान में मनेर नहीं

प्रारूप मास्टर प्लान-2021 में आंशिक सुधार कर तकनीकी तौर पर अंतिम रूप दे दिया गया। पानी में आर्सेनिक की मात्रा अधिक रहने के कारण मनेर को शामिल नहीं किया गया है। वहीं दानापुर, फुलवारी, खगौल फतुहा,...

 मास्टर प्लान में मनेर नहीं
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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प्रारूप मास्टर प्लान-2021 में आंशिक सुधार कर तकनीकी तौर पर अंतिम रूप दे दिया गया। पानी में आर्सेनिक की मात्रा अधिक रहने के कारण मनेर को शामिल नहीं किया गया है। वहीं दानापुर, फुलवारी, खगौल फतुहा, गौरीचक, हाजीपुर व सोनपुर को मास्टर प्लान में शामिल किया गया है। नए प्लान में पटना की ऐतिहासिक धरोहरों को भी विकसित करने की योजना है। नगर निगम निगम का क्षेत्रफल 114 वर्ग किलोमीटर से बढ़कर 340 हो जायेगा।ड्ढr ड्ढr सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नागरिक सुविधाओं में आमूलचूल परिवर्तन होगा। पटना को दिल्ली व मुंबई की तर्ज पर विकसित करने की योजना है। स्वास्थ्य, सुरक्षा व शिक्षा की पूरी व्यवस्था रहेगी। पार्किंग, पार्क, प्राथमिक उपचार केंद्र, स्कूल, मार्केट, जिमखाना, जलापूर्ति केंद्र व खेल के मैदान समेत सुव्यवस्थित ढंग से 0 कॉलोनियां बनेंगी। इनमें उच्च आय वर्ग के लिए एचआईाी, मध्यम के लिए एमआईाी व निम्न वर्ग के लिए एलआईाी के नाम से कॉलोनी होगी। आकलन के अनुसार 2021 तक आवासीय क्षेत्र बढ़कर 1460हेक्टेयर व शु व्यावसायिक क्षेत्र 1710.हेक्टेयर हो जायेगा। वहीं हाउसहोल्ड की संख्या भी आठ लाख पहुंच जायेगी। प्रति छह लोगों पर एक हाउस होल्ड का निर्धारण किया गया है। इलाके के हिसाब से सड़कों का चौड़ीकरण होगा। ग्रेटर पटना के लिए 7400 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जायेगा। उत्तर-दक्षिण और पूरब-पश्चिम दिशा में कोरीडोर बनेगा।ड्ढr ड्ढr इस कोरीडोर में सरकारी एवं लोक उपक्रमों के कार्यालय, सरकारी अतिथि गृह, हेरिटेा पार्क, आर्ट गैलरी, म्यूजियम, होटल एवं व्यावसायिक क्षेत्र आदि बनेंगे। दक्षिण में पुनपुन नदी तक पटना का विस्तार होगा। पटना-गया रोड के समानात्तर 60 फीट चौड़ी सड़क बनेगी। तैयार मास्टर प्लान के अनुसार 2021 में पटना को 0 मेगावाट बिजली की जरूरत होगी। पटना में प्रवेश करने के लिए एक तीसरी बाईपास बनाने की भी योजना है।

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