हरियाणा सरकार ने रोका बहादुर बहनों का पुरस्कार
हरियाणा के रोहतक में कथित रूप से छेड़खानी कर रहे युवकों की पिटाई करने वाली दो बहनों को दिए जाने वाले सम्मान को हरियाणा सरकार ने जांच लंबित रहने तक रोक दिया है। घटनाक्रमों को देखते हुए राज्य सरकार...
हरियाणा के रोहतक में कथित रूप से छेड़खानी कर रहे युवकों की पिटाई करने वाली दो बहनों को दिए जाने वाले सम्मान को हरियाणा सरकार ने जांच लंबित रहने तक रोक दिया है।
घटनाक्रमों को देखते हुए राज्य सरकार ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही पुरस्कार को स्थगित करने का फैसला किया है। घटना के बाद उसी बस में सवार चार महिला यात्रियों ने हलफनामा देकर दावा किया है कि युवक निर्दोष हैं।
मुख्यमंत्री कार्यालय के विशेष कार्याधिकारी जवाहर यादव ने गुरुवार को बताया, दोनों बहनों को दिए जाने वाले पुरस्कार को, मामले की जांच चलने तक स्थगित कर दिया गया है। जिसके खिलाफ सबूत मिलेगा उसके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।
तीन युवकों की धुनाई करते हुए इन बहनों का वीडियो सोशल मीडिया पर फैल गया जिसे खबरिया चैनलों ने चलाया। इसके बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दोनों बहनों को बहादुर बताते हुए उन्हें गणतंत्र दिवस पर सम्मानित करने की घोषणा की थी। एक अन्य वीडियो भी सामने आया, जिसमें दोनों बहनें फब्तियां कसने पर एक युवक की पिटाई कर रही हैं।
मामले में नया मोड़
गत शुक्रवार को उसी बस में यात्रा करने वाली चार महिलाओं ने रोहतक के सदन थाने में हलफनामा देकर दावा किया है कि तीनों लड़कों ने बहनों से छेड़छाड़ नहीं की। विमला नामक सहयात्री ने कहा, यह सीट को लेकर लड़ाई थी जिसमें लड़कों ने लड़कियों से कुछ नहीं कहा। लड़कियों की मार से बचने के लिए लड़के बस से कूद गए। लड़कियों ने उनका पीछा भी किया। विमला का कहना था, लड़कों ने तो कोई जवाब तक नहीं दिया। बिना उचित जांच के सरकार का लड़कियों का सम्मान करने का फैसला सही नहीं है। इस हलफनामे के बाद ही सरकार ने पुरस्कार को रोकने का फैसला किया है।
बस ड्राइवर, कंडक्टर बहाल
हरियाणा सरकार ने रोडवेज बस उस ड्राइवर बलवान सिंह और कंडक्टर लाभ सिंह को गुरुवार को फिर बहाल कर दिया जिसमें कॉलेज जाने वाली दो बहनों के साथ तीन युवकों ने कथित तौर पर छेड़खानी की थी। एक प्रवक्ता ने बताया, दोनों के खिलाफ विभागीय जांच लंबित है। न्यूज चैनल पर वीडियो आने के कुछ ही घंटे बाद हरियाणा रोडवेज महाप्रबंधक, सोनीपत ने निलंबन का आदेश दिया था।