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बेपटरी हुई मालगाड़ी, रेल परिचालन हुआ ठप

बलिया-छपरा रेल खंड के सुरेमनपुर व बकुल्हा रेलवे स्टेशन के बीच मंगलवार को तड़के मालगाड़ी के तीन डिब्बे पटरी से उतर गये। घटना के बाद महकमे में हड़कम्प मच गया। कुछ घंटे के अंदर ही मौके पर रेल महकमे के आला...

बेपटरी हुई मालगाड़ी, रेल परिचालन हुआ ठप
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 03 Dec 2014 12:13 AM
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बलिया-छपरा रेल खंड के सुरेमनपुर व बकुल्हा रेलवे स्टेशन के बीच मंगलवार को तड़के मालगाड़ी के तीन डिब्बे पटरी से उतर गये। घटना के बाद महकमे में हड़कम्प मच गया। कुछ घंटे के अंदर ही मौके पर रेल महकमे के आला अधिकारी भी पहुंच गये। इस हादसे का कारण नवनिर्मित रेल पटरी पर मालगाड़ी का गुजरना बताया जा रहा है। साढ़े आठ घंटे बाद रेल परिचालन सामान्य हो सका। इस दौरान कई ट्रेनों का रूट बदला गया, तो कुछ ट्रेनें बीच रास्ते से ही वापस लौट गईं।

वाराणसी से चलकर मालगाड़ी बिहार के सीतामढ़ी जा रही थी। उक्त मालगाड़ी भोर के 3.47 बजे बलिया रेलवे स्टेशन से होकर गुजरने के बाद जिले की बीच के स्टेशनों को पार करते हुये छपरा की ओर बढ़ रही थी। बताया जाता है कि इसी बीच सुबह 5.55 बजे मालगाड़ी सुरेमनपुर-बकुल्हा रेलवे स्टेशन के बीच गोन्हिया छपरा गांव के सामने पहुंची तभी उसके दो डिब्बे तथा ब्रेकयान पटरी से उतर गये। सूत्रों की मानें तो जिस रेल पटरी पर गुजरते समय यह घटना हुई है उसपर काफी दिनों से काम चल रहा था। इस घटना के बाद बलिया-छपरा रेल खंड पर ट्रेनों का आवागमन बंद हो गया।

विभाग के लोगों की मानें तो अप सियालदह एक्सप्रेस को गौतम स्थान रेलवे स्टेशन से ही छपरा के लिये वापस कर दिया गया, जबकि डाउन उत्सर्ग एक्सप्रेस को बलिया रेलवे स्टेशन से वाया इंदारा, भटनी, सिवान के रास्ते छपरा के लिये भेजा गया। हादसे के बाद अप सारनाथ एक्सप्रेस ट्रेन को वाया भटनी, इंदारा, मऊ के रास्ते चलाया गया। इस ट्रेन का इंतजार कर रहे यात्रियों को 18192 उत्सर्ग एक्सप्रेस से मऊ के लिये भेजा गया। हादसे के बाद 55015 वाराणसी-छपरा सवारी गाड़ी को बलिया से ही वापस वाराणसी के लिये भेज दी गई। मालगाड़ी के पटरी से उतरने के बाद लम्बी दूरी की कई ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया। दोपहर बाद करीब ढ़ाई बजे रेल परिचालन सामान्य होने के बाद डाउन गरीब नवाज के साथ ही डाउन स्वतंत्रता सेनानी एक्स., साबरमती व सरयू-जमुना आदि गाड़ियां निर्धारित बलिया-छपरा रेल मार्ग से गुजरी।

1100 मीटर नई रेल पटरी का हुआ है निर्माण
बैरिया। बलिया-छपरा रेल खंड पर मंगलवार की सुबह जिस जगह पर मालगाड़ी के तीन डिब्बे पटरी से उतर गये वहां पुलिया के निर्माण के लिये पुरानी पटरी के बगल में ही लगभग ग्यारह सौ मीटर नई रेल लाइन बिछायी गयी है।  सूत्रों की मानें तो सोमवार दोपहर बाद उक्त पटरी पर इंजन चलाकर उसकी क्षमता की जांच करने के बाद सबसे पहले डाउन सदभावना एक्सप्रेस गुजरी। मंगलवार की सुबह दुर्घटनाग्रस्त हुई मालगाड़ी को एक किमी प्रति घंटा के हिसाब से कॉसन दिया गया था।  बावजूद इसके गेहूं लदी मालगाड़ी के दो डिब्बे व ब्रेकयान (गार्ड का डिब्बा) पटरी से उतर गया। लोगों का कहना है कि संयोग की बात यह रही की यह हादसा मालगाड़ी के साथ हुआ है, अगर सवारी गाड़ी के साथ यह दुर्घटना होती तो तस्वीर कुछ और होती।

तकनीकी गड़बड़ी से हुआ हादसा!
रानीगंज। बलिया-छपरा रेलखंड पर बकुल्हां रेलवे स्टेशन से कुछ दूर पहले मालगाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटना का कारण तकनीकी गड़बड़ी बतायी जा रही है। हादसे की खबर मिलने के बाद एडीआरएम आनन्द भाटिया,सिनियर डीएसओ एसएन साहू, सीनियर डीएन राहुल श्रीवास्तव, सीनियर डीएन पावर त्रिभुवन मिश्र आदि पहुंच गये। बातचीत में कुछ रेल अधिकारियों ने बताया कि प्रथमदृष्टया घटना तकनीकी कारणों से हुई है, हालांकि सही तस्वीर जांच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट हो पायेगी।

चार सदस्यीय टीम करेगी जांच
बैरिया। बकुल्हा रेलवे स्टेशन के पास मालगाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटना की जांच के लिये चार सदस्यीय टीम गठित की गयी है। विभाग के आला अधिकारियों ने एडीआरएम आनन्द भाटियो के नेतृत्व में टीम का गठन कर दिया जो पड़ताल करने के काम में जुट गयी है।

रेलवे को लाखों रुपये की लगी चपत
बलिया। बलिया-छपरा रेल खंड पर मंगलवार की सुबह मालगाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद लोगों को काफी परेशानियों से दो-चार होना पड़ा। इस घटना के बाद सबसे अधिक परेशानी सियालदह एक्सप्रेस से आने व जाने वाले लोगों को हुई। चूंकि उक्त ट्रेन बलिया तक ही आती है लिहाजा उससे आने वाले नाते-रिस्तेदारों को लेने के लिये लोग स्टेशन पर पहुंच चुके थे। इसी प्रकार सियाल्दह से यात्रा करने वाले लोग भी पूरी तैयारी के साथ स्टेशन पर गाड़ी का इंतजार कर रहे थे। इस हादसे के बाद आने वाले लोगों को छपरा से सड़क मार्ग से घर लौटना पड़ा, जबकि जाने वाले अधिकांश यात्रियों ने यात्रा स्थगित कर दी। रेल सूत्रों की मानें तो इस घटना के कारण 101 आरक्षित व दो सौ अनारक्षित टिकटों की वापसी हुई। विभागीय लोगों की मानें तो आरक्षित टिकट वापसी के एवज में करीब 62 हजार रुपये तथा सामान्य टिकट की वापसी पर 17 हजार रुपये यात्रियों को लौटाना पड़ा।

मालगाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटना की जांच-पड़ताल की जा रही है। यह हादसा कैसे हुई और इसके लिये कौन से कारक जिम्मेदार है यह स्पष्ट होने के बाद दोषी मिले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
अशोक कुमार, मंडल रेल जनसम्पर्क अधिकारी 

 

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