गिल बाहर, फेडरशन निलंबित
ाो काम कोई न कर सका वह के. ज्योतिकुमारन पर लगे रिश्वत के एक आरोप से हो गया। सुपर कॉप केपीएस गिल एंड कम्पनी बर्खास्त हो गई। भारतीय हॉकी संघ (आईएचएफ) को बर्खास्त करने का काम किया भारतीय ओलंपिक संघ...
ाो काम कोई न कर सका वह के. ज्योतिकुमारन पर लगे रिश्वत के एक आरोप से हो गया। सुपर कॉप केपीएस गिल एंड कम्पनी बर्खास्त हो गई। भारतीय हॉकी संघ (आईएचएफ) को बर्खास्त करने का काम किया भारतीय ओलंपिक संघ (आएईओए) ने। आईओए अध्यक्ष सुरेश कलमाडी के घर पर एक आपातकालीन बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया। इस बीच हॉकी के संचालन के लिए एडहॉक कमेटी बनाने की घोषणा की। इस एडहॉक कमेटी की घोषणा अगले कुछ दिनों में कर दी जाएगी। हां, इस बीच असलम शेर खां के नेतृत्व में एक पांच सदस्यीय सेलेक्शन कमेटी का गठन जरूर कर दिया गया। इस सेलेक्शन कमेटी के अन्य सदस्य हैं अशोक कुमार, अजितपाल सिंह, जफर इकबाल और धनराज पिल्लै। ये सभी पूर्व ओलंपियन हैं। रिक चार्ल्सवर्थ को इस सेलेक्शन कमेटी का सलाहकार बनाया गया है। आईओए पर गिल को हटाने का दबाव कुछ ज्यादा ही बढ़ गया था। अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ, खेलमंत्री, सांसद, पूर्व खिलाड़ी ही नहीं बल्कि हॉकी प्रेमी भी चाहते थे कि गिल की 14 साल की हॉकी सल्तनत खत्म की जाए। यही कारण था कि आईओए की इस आपात बैठक में मौजूद एक भी सदस्य ने गिल का समर्थन नहीं किया। सभी की एक ही मांग थी कि गिल को हटाओ। कलमाडी ने कहा, ‘जो निर्णय हमने लिया है वह काफी पेनफुल है। लेकिन यह निर्णय लेना जरूरी हो गया था, भ्रष्टाचार के आरोप जो लगे थे। हर संबंधित व्यक्ित से सलाह-मशविरा करने के बाद ही हमने यह निर्णय लिया है।’ उन्होंने कहा, ‘गिल खुद ही इस मीटिंग में पूर समय तक मौजूद थे। हम उनका आदर करते हैं। यह कोई व्यक्ितगत निर्णय नहीं था।