भज्जी पर 11 मैचों के लिए लगा प्रतिबंध
मोहली में इंडियन प्रीमियर लीग के मैच के बाद श्रीसंत के गाल पर मारा थप्पड़ हरभजन सिंह को काफी मंहगा पड़ गया। उन्हें आईपीएल की शेष 11 मैचों से बाहर कर दिया गया है। इसके साथ ही भज्जी की 12 मैचों की फीस...
मोहली में इंडियन प्रीमियर लीग के मैच के बाद श्रीसंत के गाल पर मारा थप्पड़ हरभजन सिंह को काफी मंहगा पड़ गया। उन्हें आईपीएल की शेष 11 मैचों से बाहर कर दिया गया है। इसके साथ ही भज्जी की 12 मैचों की फीस भी काट ली गई है। खेल भावना के विपरीत हरभजन को थप्पड़ मारने से न रोकने पर टीम मुंबई के कोच लालचंद राजपूत को भी मैच फीस में 50 प्रतिशत की कटौती की सजा सुनाई गई है। मैच रफरी फारुख इांीनियर ने श्रीसंत को मैदान में आक्रामकता का बिना वजह प्रदर्शन करने की उनकी आदत पर चेतावनी देकर छोड़ दिया। तीन घंटे तक राजधानी के एक पांच सितारा होटल की 16वीं मंजिल पर चली जांच में श्रीसंत, हरभजन व राजपूत के तर्क सुनने और वीडियो फुटेा देखकर सुनाए फैसले के बाद इांीनियर ने मीडिया के सामने दोनों खिलाड़ियों को बुलाकर उनके हाथ मिलवाए और फिर दोनों ही गले भी मिले।ड्ढr ड्ढr हरभजन के पास इस फैसले के खिलाफ अपील करने का अधिकार है। अगर वह ऐसा करते हैं तो आईपीएल की तरफ से एक अपील कमिश्नर निुयक्त किया जाएगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार हरभजन ने जांच में अपनी गलती को पूरी तरह से स्वीकार और इसके लिए वह काफी शर्मिदा भी थे। इससे उनके अपील करने के आसार कम ही हैं। हरभजन को अब केवल पहले दो मैचों की फीस ही मिलेगी। उन्हें टीम मुंबई ने तीन करोड़ चालीस लाख रुपये में खरीदा था। इस हिसाब से आईपीएल के 14 लीग मैचों के लिए उन्हें प्रति मैच 24 लाख 28 हाार 571 रुपये 43 पैसे मिलने थे। उन्हें 12 लीग मैचों की फीस कटने से 2 करोड़ लाख 42 हाार 857 रुपये का नुकसान हुआ है। अब हरभजन को 3.4 करोड़ के बदले सिर्फ 48 लाख रुपये मिलेंगे। यह विवाद टीम मुंबई के तीसर मैच में हुआ था। आईपीएल के कमिश्नर ललित मोदी ने बताया कि टीम पंजाब की शिकायत पर सोमवार को मैच रफरी फारुख इांीनियर ने इस मामले की वीडियो फुंटेा देखने पर पाया गया कि टीम पंजाब की जीत के बाद जब श्रीसंत हाथ मिलाने के लिए पराजित टीम मुंबई के कप्तान हरभजन सिंह के पास पहुंचे और थप्पड़ खा बैठे। मोदी के अनुसार मैच रफरी ने कहीं यह नहीं पाया कि श्रीसंत ने हरभजन को उकसाया था। उस समय हरभजन के ठीक पीछे लाइन पर चौथे नंबर पर खड़े राजपूत ने बीच-बचाव का कोई प्रयास नहीं किया। इसलिए इांीनियर ने उन्हें भी दोषी माना है। हरभजन को आईसीसी के कोड ऑफ कंडक्ट में लेवल 4.2 के उल्लंघन का दोषी पाया गया है। जिसमें साथी खिलाड़ी के शरीर पर हमला करने वाले पर इसके तहत उन पर पांच टेस्ट या दस एकदिवसीय मैचों से लेकर आजीवन प्रतिबंध लग सकता था। राजपूत को लेवल 2 के उल्लंघन का दोषी माना गया है। दूसरी ओर बीसीसीआई ने इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया है। बीसीसीआई के सचिव निरंजन शाह ने बताया है कि हरभजन के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के मामले पर गौर करने के लिए सुधीर नानावटी को आयुक्त के तौर पर नियुक्त किया गया है। शाह ने बताया कि अहमदाबाद में अधिवक्ता नानावटी जांच करने और संबंधित लोगों से स्पष्टीकरण मांगने के बाद 15 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट बोर्ड अध्यक्ष शरद पवार को सौंप देंगे। उनकी रिपोर्ट मिलने के बाद पवार इसे अनुशासन समिति को भेजेंगे जो हरभजन की किस्मत का फैसला करेगी। वहीं फैसले के बाद भज्जी ने कहा कि जो हुआ बहुत गलत हुआ। मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई। श्रीसंत मेर भाई जसा है। मुझे सजा मिल गई है। हमें एक साथ काफी क्रिकेट खेली और आगे भी खेलनी है। लेकिन थ्प्पड़ मारकर मैंने गलती की है। बोर्ड ने अच्छा फैसला लिया है। हम बोर्ड के बच्चों की तरह से हैं। हिन्दुस्तानी लोग मुझे पहले भी सपोर्ट करते रहे हैं और में उम्मीद करता हूं कि जब दुबारा खेलने आऊंगा तो इस बार भी ऐसा ही करंगे। वहीं मैच रफरी ने श्रीसंत और हरभजन को गले मिलवाया और कहा - यह इंडियन यूनिटी है। हम सभी इंसान हैं जो गलतियां करते रहते हैं। ये दोनों ही स्टार खिलाड़ी हैं।ं