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अधिकारियों से वार्ता के बाद हटे कार्यकर्ता

ोएसइबी मुख्यालय में तोड़ फोड़ की खबर मिलते ही डीएसपी हटिया पहुंचे। रैफ के जवानों और महिला पुलिसकर्मियों को भी बुलाया गया। उपायुक्त के निर्देश पर दंडाधिकारी भी पहुंचे। उन्होंने भाजपा नेताओं को समझा कर...

 अधिकारियों से वार्ता के बाद हटे कार्यकर्ता
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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ोएसइबी मुख्यालय में तोड़ फोड़ की खबर मिलते ही डीएसपी हटिया पहुंचे। रैफ के जवानों और महिला पुलिसकर्मियों को भी बुलाया गया। उपायुक्त के निर्देश पर दंडाधिकारी भी पहुंचे। उन्होंने भाजपा नेताओं को समझा कर बोर्ड के सचिव आरपी सिन्हा और मेंबर डिस्ट्रीब्यूशन एसएन चौधरी के साथ बातचीत करायी। इसमें कार्यकर्ताओं ने पूछा कि रांची को कितनी बिजली की जरूरत है। बताया गया कि दिन में 150 और रात में 200 मेगावाट, पर इतनी बिजली उपलब्ध नहीं हो पा रही है। नेताओं का कहना था कि डीवीसी से राज्य सरकार क्यों नहीं बिजली लेती जबकि उसने 550 मेगावाट बिजली देने का करार कर रखा है। कई अन्य विषय भी छिड़े पर बोर्ड के अधिकारी उसका संतोषजनक जवाब नहीं देने की स्थिति में थे। बाद में कार्यकर्ता चेतावनी देकर वहां से चले गये।ड्ढr विधायक सीपी सिंह ने जनता से मांगा समर्थनड्ढr भाजपा विधायक सीपी सिंह ने कहा है कि महंगाई, बिजली, पानी जसे संकट पर आवाज मुखर करने में जनता सहयोग कर। विधायक के मुताबिक यूपीए की सरकार में लोगों की जिंदगी परशान हाल हो गयी है। महंगाई ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। बिजली, पानी संकट से पूरा राज्य जूझ रहा है। जेएसइबी सरकार के लिए सोने का अंडा देने वाली मुर्गी बना है। पूरा सिस्टम ध्वस्त हो गया है। निकम्मी सरकार के खिलाफ आंदोलन में जनता भी साथ दे। बिजली के लिए त्राहि-त्राहिलोगों को रूला रही है बिजली। तापमान का पारा 40 के पार बना हुआ है। बिजली की आपूíत नहीं होने से पेजलापूर्ति भी बाधित है। गढ़वा को आवश्यकता है 28 मेगावाट बिजली की, जबकि मिल रही है मात्र पांच। वहीं लातेहार को दस की जगह पांच मेगावाट बिजली मिल रही है। 24 घंटे में मात्र सात घंटे बिजली मिल रही है।ड्ढr गुमला को आठ की जगह मात्र तीन मेगावाट बिजली मिल रही है। वहीं लोहरदगा को दस मेगावाट की जरूरत है और मिल रही है सिर्फ चार । सिमडेगा में घंटों बिजली गुल रहती है। अस्पतालों में मोमबत्ती की रोशनी में मरीाों का इलाज हो रहा है। परीक्षार्थियों को लालटेन और लैंप की रोशनी में पढ़ाई करनी पड़ रही है। जेनरटरोंपर टिके हैं व्यवसायी। केरोसिन की कालाबाजारी से मामला और गंभीर हो गया है।ड्ढr आश्चर्यजनक रूप से पलामू को मंगलवार को फुल लोड बिजली मिली। यहां बिजली बिहार से आती है।

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