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छात्रों की हरकत पर नजर, बख्शे नहीं जाएंगे छात्र

जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में रविवार की रात सीनियरों और जूनियरों के बीच हुई मारपीट के बाद हॉस्टल में तनाव की स्थिति है। दो छात्रवासों में दिन में भी छात्रों के बीच गहमागहमी रही। सीनियर जिन दो जूनियर...

 छात्रों की हरकत पर नजर, बख्शे नहीं जाएंगे छात्र
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 11 Nov 2014 07:27 PM
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जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में रविवार की रात सीनियरों और जूनियरों के बीच हुई मारपीट के बाद हॉस्टल में तनाव की स्थिति है। दो छात्रवासों में दिन में भी छात्रों के बीच गहमागहमी रही। सीनियर जिन दो जूनियर छात्रों को पूछ रहे थे वह हॉस्टल में नहीं हैं। साथी छात्रों के मुताबिक हॉस्टल के बाहर रहने वाले छात्रों के पास दोनों चले गए। इसकी भनक कॉलेज प्रशासन को लगी तो कर्मचारियों को निगहबानी के लिए भेज दिया। वार्डेन ने सुबह-शाम दो बार हॉस्टल का मुआयना किया है।

मंगलवार को सीनियर छात्रों की भय से ब्वायज हॉस्टल-2 के छात्र ग्रुप में निकले। कुछ छात्रों को सीनियरों ने रोककर इस मामले को लीक करने वाले छात्र का नाम पता पूछा। इससे छात्रों में और दहशत पैदा हो गई। सीनियरों ने जूनियर छात्रों से कहा है कि दो दिन के भीतर उन छात्रों को पकड़ लेंगे जिन्होंने वार्डेन और दूसरे लोगों को यह जानकारी दी है। वैसे यह फरमान मंगलवार की सुबह ही सीनियर छात्र जूनियरों को सुना आए। दोपहर के भोजन पर जुटे जूनियर छात्रों के बीच यही चर्चा रही कि सीनियर किससे खुन्नस रख रहे हैं? इसे लेकर छात्रों के जूनियरों के एक गुट का तेवर काफी तल्ख है। मेस में जुटे छात्रों के बीच सीनियरों के व्यवहार को लेकर बहस भी हुई। नाराज गुट ने बवाल का जवाब तरंग के दौरान देने की बात कही है। छात्रों के बीच गहमागहमी की खबर जब सीनियर फैकेल्टी और वार्डेन को लगी तो वह हॉस्टल पहुंचे। कॉलेज में क्लास के दौरान भी छात्रों को दिन भर नसीहत का पाठ पढ़ाया गया है। कॉलेज प्रशासन के अधिकारियों ने कुछ कर्मचारियों को खुफिया तौर पर मारपीट करने वाले छात्रों की पहचान करने और किसी भी घटना की तत्काल सूचना देने की जिम्मेदारी सौंपी है। रात्रि पाली में डय़ूटी करने वाले कर्मचारियों के विशेष तौर पर सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। इस सम्बंध में प्राचार्य प्रो. नवनीत कुमार का कहना है कि जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर दोषी छात्रों पर कार्रवाई की जाएगी। हॉस्टल के सभी छात्रों पर वार्डेन निगरानी बरत रहे हैं। गुटों में बंटने जैसी कोई बात सामने नहीं आई है। सीनियर फैकेल्टी के साथ इस मसले पर विस्तार से चर्चा हुई है।
. तो रद होगा सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘तरंग’!

जीएसवीएम मेडिकल में सीनियरों और जूनियरों के बीच मारपीट से मंगलवार को दिन भर कॉलेज प्रशासन के अधिकारी हलकान रहे। कई दौर की वार्ता के बाद कॉलेज के शिक्षकों का एक गुट सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘तरंग’ को रद कराने के पक्ष में हैं। शिक्षकों ने प्राचार्य के साथ हुई वार्ता में अपनी मंशा जता दी है। हालांकि रद करने की अभी कोई औपचारिक संस्तुति नहीं की गई। आयोजन में लगे वरिष्ठ फैकेल्टी ने मंगलवार को इस सम्बंध में बैठक करके अपना फैसला प्राचार्य तक पहुंचा दिया है। फैकेल्टी के मुताबिक छात्रों के बीच तालमेल का अभाव है ऐसे में बड़े आयोजन कैसे किए जा सकते हैं? बीएच-2 के वार्डेन डॉ.यशवंत राव का कहना है कि अगर मौहाल शांत है। छात्र समझाने के बाद मान गए हैं। फिर भी निगरानी बरती जा रही है। अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं होगी।
 
10 छात्रों की पहचान, होगी पूछताछ
 रविवार की रात मारपीट में10 छात्रों के शामिल होने की बात आ रही है। कुछ छात्रों से हुई पूछताछ में सीनियरों के साथ दो जूनियर छात्रों का नाम भी सामने आ रहा है। दोनों जूनियरों ने एक सीनियर को रोककर उससे पूछताछ की थी। और यही जूनियर हास्टल में सीनियरों से अधिक उलङो थे। दोनों जूनियर छात्र बीएच-2 में दूसरे माले पर रह रहे हैं। इसी तरह वाषिक खेलों का आयोजन करने वाले कुछ सीनियरों की पहचान की गई है।

प्रॉक्टर प्रो. संजय काला आज से करेंगे जांच
रविवार की रात हुई मारपीट की जांच के लिए बैठाई गई कमेटी ने मंगलवार को जांच शुरू नहीं की है। प्रॉक्टर प्रो. संजय काला बाहर हैं, बुधवार को उनके आने की उम्मीद है। बताया जा रहा है कि दो छात्रवासों के वार्डेन तब तक अपने स्तर से होमवर्क कर रहे हैं। सूचनाएं जुटाई जा रही हैं।

सख्त कार्रवाई होगी- प्रो. काला
 प्रॉक्टर प्रो. संजय काला का कहना है कि छात्रों के अनुशासन में गिरावट आई है। अनुशासन तोड़ने का अधिकार किसी को नहीं है। व्यक्तिगत खुन्नस से कॉलेज का माहौल बिगाड़ने नहीं दिया जाएगा। कॉलेज के शिक्षक हर संभव छात्रों की मदद कर रहे हैं। ऐसे में छात्रों को भी सम्मान का ख्याल रखना होगा। जांच में जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। प्रो. काला के मुताबिक छात्रों में अगर सुधार नहीं देखा गया तो तरंग को रद करने की सिफारिश भी की जा सकती है।

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