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Hindi News कर्नाटक चुनाव तक सीजफायर बाद बिहार पर निर्णय: भाजपा

कर्नाटक चुनाव तक सीजफायर बाद बिहार पर निर्णय: भाजपा

बिहार बगावत के आगे भाजपा की सर्वोच्च नीति निर्धारण बॉडी केन्द्रीय संसदीय बोर्ड ने घुटने टेकते हुये बागी विधायकों से कर्नाटक विधानसभा चुनाव तक शांत रहने की अपील की है। पार्टी का मानना है कि नेतृत्व...

 कर्नाटक चुनाव तक सीजफायर बाद बिहार पर निर्णय: भाजपा
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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बिहार बगावत के आगे भाजपा की सर्वोच्च नीति निर्धारण बॉडी केन्द्रीय संसदीय बोर्ड ने घुटने टेकते हुये बागी विधायकों से कर्नाटक विधानसभा चुनाव तक शांत रहने की अपील की है। पार्टी का मानना है कि नेतृत्व परिवर्तन जसा कोई बड़ा फैसला लेने पर कर्नाटक चुनाव पर उसका बुरा असर पड़ सकता है। सूत्रों ने खुलासा किया है कि बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के खिलाफ उठी यह बगावत बेकार नहीं जायेगी। बैठक में मोदी को हटाने से लेकर सरकार को बाहर से समर्थन देने तक सभी विचार आये। सारी कवायद के बाद यह बात साफ हो गई है कि कर्नाटक चुनाव के बाद बिहार में पार्टी में नेतृत्व में व्यापक फेरबदल किया जायेगा। यह पहला मौका है कि पार्टी की सर्वोच्च बॉडी पार्टी में अनुशासनहीनता के आगे इस तरह झुकी है।ड्ढr ड्ढr इसकी वजह भी साफ है कि बोर्ड की बैठक से पहले दबाव बनाने के लिये बिहार से लगभग पैंतीस विधायक दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में डेरा डाले हुये थे। मुख्यालय के गलियारों में उनकी आवाज गूंज रही थी कि मोदी को हटाये बिना बिहार में काम नहीं चलेगा। वे किसी भी दूसर फामरूले पर राजी नहीं होंगे। यह संदेश इन विधायकों ने आलाकमान तक पहुंचा दिया है। विक्षुब्ध विधायक अभी एक-दो दिन दिल्ली में ही जमे रहेंगे। बैठक में मोदी के बार में निर्णय टाले जाने की सूचना मिलने के थोड़ी ही देर बाद उनकी बैठक हुई और उन्होंने अपनी एकजुटता दुहराई। वे चुपचाप अपनी मुहिम को संजीवनी देने में लगे रहेंगे। लोकसभा में विपक्ष के नेता लालकृष्ण आडवाणी की मौजूदगी में हुई बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता राजनाथ सिंह ने की। बैठक में बिहार प्रदेश अध्यक्ष राधामोहन सिंह और वहां के प्रभारी कलराज मिश्र भी मौजूद थे। माना जा रहा है कि मोदी को न हटाने के लिये अरुण जेतली और वेंकैया नायडू आडवाणी के समर्थन से अभियान चला रहे हैं। आडवाणी का मानना है कि लोकसभा चुनाव से पहले एनडीए के सबसे मजबूत घटक जेडीयू को हाशिये में न डाला जाये। लेकिन बागी विधायकों की संख्या और उनके अड़ियलपन के चलते मोदी हटाओ अभियान ठंडा होने के बजाय और गति पकड़ता जा रहा है। पार्टी महासचिव अरुण जेतली ने बताया कि बोर्ड की बैठक में बिहार के बार में प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारी से पूरी रिपोर्ट ली गई। बोर्ड कर्नाटक चुनाव के बाद समस्या के समाधान के लिये फिर मिलेगा। इस बीच बागी विधायकों से बोर्ड ने अनुशासन बनाये रखने की अपील की है।

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