फोर्ब्स-2000 में 47 भारतीय कंपनियां
सार्वजनकि क्षेत्र के उपक्रमों भारतीय स्टेट बैंक और ओएनजीसी के साथ ही निजी क्षेत्र में देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज बिजनेस पत्रिका फोर्ब्स द्वारा प्रकाशित विश्व की दो हजार बड़ी कंपनियों...
सार्वजनकि क्षेत्र के उपक्रमों भारतीय स्टेट बैंक और ओएनजीसी के साथ ही निजी क्षेत्र में देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज बिजनेस पत्रिका फोर्ब्स द्वारा प्रकाशित विश्व की दो हजार बड़ी कंपनियों की सूची में स्थान बनाने में सफल रही है। अरबपति मुकेश अंबानी की कंपनी आरआईएल इस सूची में 121वें स्थान पर है जबकि एसबीआई 150 और ओएनजीसी 152वें स्थान पर है। हीरो होंडा मोटर्स, सन फार्मा, इंडियन बैंक और जिंदल स्टील एंड पॉवर लिमिटेड इस सूची में पहली बार स्थान पाने में सफल रहे हैं। जबकि 7,800 करोड़ रुपए के घोटाले में फंसी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी सत्यम कंप्यूटर्स, रियल एस्टेट कंपनी यूनीटेक, पवन ऊर्जा टरबाइन बनाने वाली कंपनी सुजलोन एनर्जी और अनिल अंबानी समूह की दो कंपनियां, रिलायंस पॉवर व रिलायंस कैपिटल इस वर्ष फोर्ब्स सूची से हटा दी गई हैं। देश की तीनों प्रमुख कंपनियों की रैकिंग इस वर्ष सुधरी है। आरआईएल गत वर्ष इस सूची में 1वें स्थान पर, एसबीआई 21वें और ओएनजीसी 1वें स्थान पर थी। सूची में स्थान पाने वाली अन्य भारतीय कंपनियों में इंडियन आयल (207) एनटीपीसी (317) आईसीआईसीआई बैंक (32टाटा स्टील (463) और भारती एयरटेल (508) शामिल है। गत वर्ष इस सूची में प्रथम स्थान पर रहा ब्रिटेन का बैंक एचएसबीसी होल्डिंग्स इस वर्ष फिसल कर छठवें स्थान पर आ गया है। इस सूची में अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक््रिटकल प्रथम, तेल एवं गैस क्षेत्र की प्रमुख डच कंपनी रॉयल डच शैल दूसरे, जापान की टोयोटा मोटर्स तीसरे, एक्सोन मोबिल चौथे और ब्रिटेन की ब्रिटिश पेट्रोलियम (बीपी) पांचवे स्थान पर है। ब्रिकी लाभ संपत्तियां और बाजार पूंजी के आधार पर यह रैंकिंग की गई हैxद्दह्ल इस सूची में जगह बनाने वाली कंपनियों में सेल, रिलायंस कम्युनिकेशंस, लार्सन एंड टुब्रो, बीपीसीएल, भेल, एचडीएफसी हाउसिंग, टीसीएस, डीएलएफ , इंफोसिस, पंजाब नेशनल बैंक, आईटीसी, विप्रो, एनएमडीसी और महिंद्रा एंड महिंद्रा समेत 47 भारतीय कंपनियां शामिल हैं। इस सूची के वरीयता क्रम में भारतीय मूल के लोगों द्वारा संचालित स्टील कंपनी आर्सेलर मित्तल 41वें स्थान पर है।