नीतीश सबसे बेहतर : आडवाणी
भाजपा के शीर्ष नेता और एनडीए के पीएम इन वेटिंग लालकृष्ण आडवाणी ने शुक्रवार को सासाराम और बक्सर में चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के तारीफों के पूल बांध दिये। दिलचस्प बात यह...
भाजपा के शीर्ष नेता और एनडीए के पीएम इन वेटिंग लालकृष्ण आडवाणी ने शुक्रवार को सासाराम और बक्सर में चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के तारीफों के पूल बांध दिये। दिलचस्प बात यह है कि आडवाणी ने नीतीश कुमार को भाजपायी मुख्यमंत्रियों से भी अव्वल करार दिया। उन्होंने नीतीश कुमार की पीठ ठोकते हुए कहा कि अन्य किसी भी भाजपा या एनडीए शासित राज्यों में उनके जैसा यशस्वी सीएम नहीं है। रोहतास स्टेडियम में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए आडवाणी ने वादा किया कि केन्द्र में एनडीए की सरकार बनी तो स्विस बैंक से काला धन को वापस लाया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि अगर स्विस बैंकों में रखे 25 हाार लाख करोड़ रुपए का काला धन देश में आ जाये तो भारत 21वीं सदी की आर्थिक महाशक्ित होगा। यूपीए पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि वह इंडिया की चिंता करता है जबकि एनडीए को भारत की चिंता है। कांग्रेस भ्रष्टाचार में सबसे आगे है, इसलिए कभी भी स्वीस बैंक से काला धन वापसी की बात नहीं की। उन्होंने सासाराम संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी मुनिलाल को जिताने की अपील करते हुए कहा कि आपने केन्द्र में छह साल एनडीए और साढ़े तीन साल का शासन बिहार में देखा है। इस मौके पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि एक अर्थशास्त्री प्रधानमंत्री देश का अनर्थ कर गये। उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को ललकारते हुए कहा कि अगर हिम्मत है तो वरुण गांधी की छाती पर रौलर चला कर देखें। मंच पर भाजपा प्रत्याशी मुनिलाल, मंगल पांडेय, गंगा प्रसाद चौरसिया आदि मौजूद थे। उधर बक्सर के आईटीआई मैदान में आडवाणी के साथ मंच पर मौजूद मुख्यमंत्री ने यूपीए सरकार और उसके बिहार के मंत्रियों पर करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि यूपीए के घटक आपस में ही लड़ रहे हैं। दूसरी तरफ एनडीए में चट्टानी एकता है। उधर पटना आडवाणी हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से बातचीत में आडवाणी ने तीसर और चौथे मोर्चे को खारिज करते हुए दावा किया है कि केन्द्र में कांग्रस अथवा भाजपा की मदद के बगैर किसी दूसरी सरकार की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा ही सबसे बड़े पार्टी बनकर उभरगी।